कोरोना संक्रमण के चलते इस बार नहीं होगी फॉगिग

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 01:59 AM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 06:04 AM (IST)
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार नहीं होगी फॉगिग
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार नहीं होगी फॉगिग

फोटो- 25 डेल 706-

- श्वसन क्रिया को प्रभावित करती है फॉगिग इसलिए निगम ने टाला फॉगिग का फैसला, मच्छरों को मारने के लिए निगम हर वर्ष करते हैं फॉगिग निहाल सिंह, नई दिल्ली :

मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाने के लिए निगमों द्वारा की जाने वाली फॉगिग इस बार नहीं होगी। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने कोरोना के चलते फॉगिग को फिलहाल ना कह दिया है। इस संबंध में निगम ने आदेश जारी कर कहा है कि कोई भी अगर फॉगिग कराने की मांग करें तो उसके लिए मना करें। साथ ही अपने जागरूकता अभियान के तहत भी इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाए। आदेश में कहा गया है कि फॉगिग में उपयोग होने वाला रसायन साइफ्रेनोथीन व मेलाथियान श्वसन क्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसलिए वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए फॉगिग करने की सलाह नहीं दी जा सकती।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जल जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी)ने दिल्ली के स्थानीय निकायों को एडवाइजरी जारी कर कहा है कि इस बार डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की ज्यादा संभावना है। इसलिए सतर्क रहें। ऐसे में अगर कोरोना संक्रमण के मामले अगस्त से जनवरी के बीच में ज्यादा रहता है तो निगम के सामने परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि, इन दिनों में निगम ज्यादातर फॉगिग कराता है। इन दिनों मच्छरों का प्रकोप बहुत होता है और ज्यादा मामले इन महीनों में दर्ज किए जाते हैं। इसलिए जनता की मांग भी फॉगिग की रहती है। पार्को से लेकर सरकारी भवनों और रिहायशी क्षेत्रों में निगम फॉगिग करता आया है। निगम रसायन को फॉगिग मशीन के जरिये धुएं में तब्दील कर देता है जिसके छिड़काव से मच्छरों को मारने में काम आता है। निगम के एक अधिकारी ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए फॉगिग न करने का फैसला लिया गया है। फिलहाल गर्मी की वजह से मच्छरों का प्रकोप भी कम है। आगे भी इसकी समीक्षा की जाएगी। वहीं उत्तरी और पूर्वी निगम ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। फिलहाल निगम ने फॉगिग न करने का फैसला लिया है। अगर इस वर्ष की बात करें तो डेंगू-मलेरिया के18-18 तो चिकनगुनिया के 10 मरीज आ चुके हैं।

------ फॉगिग से अस्थमा के मरीजों को और बुजुर्गों तक कुछ हद तक परेशानी हो सकती है। हालांकि, जब मच्छरों का प्रकोप बढ़े तो ऐसे स्थानों पर फॉगिग की जा सकती है जब वहां पर कम लोग हो। जिससे मच्छर भी मर जाएंगे और नागरिकों को भी दिक्कत नहीं होगी।

-डॉ. एके बंसल, सीएमओ(सेवानिवृत्त), एनडीएमसी

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