15 महीने से इकलौते बेटे की राह निहार रही हैं बूढ़ी आंखें, जांच में लापरवाही का आरोप
अजय कुमार का कहना है कि उनके बेटे की तलाश में लापरवाही बरती गई। उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने गंभीरता से मामले की जांच शुरू की है, इससे उन्हें कुछ उम्मीद बंधी है।
फरीदाबाद (हरेंद्र नागर)। 15 महीने से इकलौते जवान बेटे की राह निहार रहे ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-75 निवासी बुजुर्ग दंपति की आंखें अब पथरा सी गई हैं। ड्यूटी से स्कूटी पर घर लौट रहा 32 वर्षीय बेटा आधे रास्ते से गायब हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल सका। सभी ओर से निराशा हाथ लगने के बाद क्राइम ब्रांच डीएलएफ पुलिस पर उनकी आशा टिकी हुई है। मामले की फाइल अब इसी क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।
घर नहीं पहुंचा बेटा
सेक्टर-75 निवासी अजय कुमार बीपीटीपी बिल्डर कंपनी में काम करते हैं। उनका 32 वर्षीय बेटा शिवम कुमार सेक्टर-21सी स्थित एक कंपनी में एचआर में काम करता था। 20 जून 2017 को शिवम कुमार स्कूटी लेकर ड्यूटी गया था। शाम 8.10 बजे अजय कुमार ने बेटे को फोन किया। उसने बताया बड़खल फ्लाईओवर पार कर चुका हूं, जल्द पहुंचने वाला हूं। शिवम को आधे घंटे बाद घर पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन वह नहीं पहुंचा।
एक युवक से बरामद हुई स्कूटी
रात 9 बजे अजय कुमार ने बेटे की तलाश शुरू की, उसका फोन भी बंद आ रहा था लगा। जब कहीं कुछ पता नहीं चला तो पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 10 दिन बाद शिवम की स्कूटी और फोन एक युवक से बरामद हुए। उसने पुलिस को बताया कि किसी ने ये सामान उसे बेचा है। अब तक थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर, स्टेट क्राइम ब्रांच भी कोशिश कर चुकी है लेकिन शिवम का कोई सुराग नहीं है। जिसके पास से शिवम की स्कूटी और फोन मिले, उस युवक का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी पुलिस करा चुकी है।
बेटे की तलाश में लापरवाही बरती गई
अजय कुमार का कहना है कि उनके बेटे की तलाश में लापरवाही बरती गई। उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने गंभीरता से मामले की जांच शुरू की है, इससे उन्हें कुछ उम्मीद बंधी है। क्राइम ब्रांच प्रभारी नवीन कुमार का कहना है कि विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। उम्मीद है कि जल्द किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा।