एनडीएमसी के इलाके में कोरोनाकाल में बंद हुआ स्विमिंग पूल, अब तक नहीं खोला जा सका, बच्चे और युवा परेशान

स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके बंद होने से उन्हें दूर इलाकों में बच्चों को तैराकी सीखाने के लिए लेकर जाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इसे खुलवाने के लिए कई प्रशान से गुहार भी लगाई गई पर अश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 26 Jun 2022 02:26 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jun 2022 02:26 PM (IST)
एनडीएमसी के इलाके में कोरोनाकाल में बंद हुआ स्विमिंग पूल, अब तक नहीं खोला जा सका, बच्चे और युवा परेशान
लोग तैराकी के गुर सीखने के लिए दूसरे इलाकों में जाने को मजबूर

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। तैराकी के लिए बनाया गया स्विमिंग पूल इन दिनों धूल फांक रहा है। मंदिर मार्ग स्थित नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के स्विमिंग पूल को कोरोना काल में बढ़ते संक्रमण को देखते बंद किया गया था। अब संक्रमण नियंत्रण में है और सारी चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं, लेकिन यह पूल तीन सालों से बच्चों की राह ताक रहा है। जहां कभी बच्चों से लेकर युवा तैराकी के गुर के साथ तैराकी करते थे। वहां अब अलग तरह की शांति पसरी हुई है।

यहां से लोग अब पूछताछ करने के बाद मायूस लौट रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इसके बंद होने से उन्हें दूर इलाकों में बच्चों को तैराकी सीखाने के लिए लेकर जाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इसे खुलवाने के लिए कई प्रशान से गुहार भी लगाई गई, पर अश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। आलम यह है कि इस पूल में तैराकी के गुर सीखाने के लिए प्रशिक्षक के साथ अन्य सुरक्षा उपकरण भी मौजूद है, उसके बावजूद इसे बच्चों के लिए नहीं खोला जा रहा है। यहां लोग स्विमिंग पूल के खुलने संबंधित जानकारी के लोग आते हैं, उन्हें बंद कहकर लौट दिया जा रहा है।

पूल की सदस्यता लेने के लिए गोल मार्केट से आए उदित ने बताया कि वह कई बार इस पूल की सदस्ता लेने के लिए आए हैं, लेकिन पहले तो कोई सूचना नहीं देता कि कब खुलेगा। वह कहते हैं कि यह बंद क्यों है समझ नहीं आता। जब कि सारी जगहों को समान्य कर दिया गया है। उसके बाद भी स्विमिंग पूल नहीं खोला गया। इसे खोला जाना चाहिए।

वहीं, मंदिर मार्ग की कालोनी में रहने वाले प्रकाश ने बताया कि बच्चों की स्कूल की छुट्टियां चल रही हैं, उन्हें स्वि¨मग सीखानी थी और यह सबसे पास में पूल है, लेकिन बंद है। जिससे बच्चों को इस वर्ष स्वि¨मग नहीं सीखा पाए हैं। पूल में सहायक कर्मचारी विनीत ने बताया कि उन्हें केवल एनडीएमसी स्कूल के बच्चों को अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन अभी अधिकारियों ने इसे खोलने का आदेश नहीं दिया गया है। वह कहते हैं कि दिन भर 10 से 15 लोग रोजाना पूछताछ के लिए आते हैं।

कुलजीत चहल, सदस्य, एनडीएमसी का कहना है कि यह मामला संज्ञान में आया है। कोरोना माहमारी के चलते इन्हें बंद किया गया था। अधिकारी से संपर्क करके इसे जल्द खुलवाया जाएगा।

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