सूरजकुंड मेला : चरखे से रू-ब-रू हो रही देश की भावी पीढ़ी, खूब ले रहे सेल्‍फी

सूरजकुंड मेले में सबसे खास है पारंपरिक चरखा, जिस पर एक कारीगर सूत कात कर लोगों को दिखा रहा है और लोगों को भी चरखा चलाना सिखाया और बताया जा रहा है।

By Edited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 04:54 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 05:31 PM (IST)
सूरजकुंड मेला : चरखे से रू-ब-रू हो रही देश की भावी पीढ़ी, खूब ले रहे सेल्‍फी
सूरजकुंड मेला : चरखे से रू-ब-रू हो रही देश की भावी पीढ़ी, खूब ले रहे सेल्‍फी

फरीदाबाद, जेएनएन। सूरजकुंड मेले में जहां एक तरफ देश विदेश के स्‍टॉल लगे हुए हैं, वहीं हरियाणा पर्यटन निगम की तरफ से लगाया गया गांधी दर्शन स्‍टॉल हर वर्ग की पसंद बना हुआ है। इस स्‍टॉल पर ना सिर्फ गांधी जी के खास किस्सों को दिखाया गया है बल्कि उनकी कुछ अनदेखी तस्वीरों को भी लोगों के बीच लाया गया है।

सबसे खास है पारंपरिक चरखा
सबसे खास है पारंपरिक चरखा, जिस पर एक कारीगर सूत कात कर लोगों को दिखा रहा है और लोगों को भी चरखा चलाना सिखाया और बताया जा रहा है। गांधी जी की 150वीं जयंती को मोदी सरकार ने खास तरह से मनाने की ठानी है। उसी के अंतर्गत इस स्‍टॉल को सजाया गया है।

कई बार हो चुके हैं सम्‍मानित 
गांधी जयंती के इस स्‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍टॉल की जिम्मेदारी हरियाणा पर्यटन ने अंबाला की खादी प्रचारक राज शर्मा को सौंपा गया है। राज शर्मा पिछले 18 वर्षों से खादी एवं ग्रामोद्योग के प्रचार में तत्पर हैं। इसके लिए उन्हें कई बार सम्मानित भी किया गया है।

सेल्फी विद चरखा 
सेल्फी विद चरखा यहां आकर्षण का केंद बना हुआ हैैै। गांधी दर्शन स्‍टॉल में सेल्फी लेने का मौका कोई छोड़ना नहीं चाह रहा। हर किसी पर चरखे के साथ बैठकर उसे चलते हुए सेल्फी लेने का क्रेज है। बच्चे जहां पहली बार चरखा चला कर उत्साहित हैं तो बड़े पुराने दिनों की यादें ताजा कर रहे हैं।

कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने पहली बार चरखे को ना  सिर्फ इतनी करीब से देखा बल्कि उसे चला कर भी देखा। खासकर स्कूली बच्चे चरखे के बारे में जानकर और इसे चलाने में उत्साहित दिखाई दे रहे हैं।

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