लवली की घर वापसी का शीला ने किया स्वागत, अजय माकन की कार्यशैली पर उठाए सवाल

तवली की कांग्रेस में वापसी पर शीला दीक्षित ने कहा- 'खैर, जो हुआ अच्छा हुआ, देर आए दुरुस्त आए।'

By JP YadavEdited By: Publish:Sun, 18 Feb 2018 02:20 PM (IST) Updated:Mon, 19 Feb 2018 03:18 PM (IST)
लवली की घर वापसी का शीला ने किया स्वागत, अजय माकन की कार्यशैली पर उठाए सवाल
लवली की घर वापसी का शीला ने किया स्वागत, अजय माकन की कार्यशैली पर उठाए सवाल

नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली में हुए नगर निगम चुनाव में नाराजगी के कारण कांग्रेस से अलग हुए प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली की एक बार फिर कांग्रेस में वापसी हो गई। जाहिर है दिल्ली में कांग्रेस मजबूत होगी। इस मुद्दे पर दिल्ली की सत्ता में बतौर मुख्यमंत्री राज करने वाली शीला दीक्षित ने अरविंदर सिंह लवली की कांग्रेस में वापसी को लेकर लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की विचारधारा कांग्रेस के मेल खाती है उसे भारतीय जनता पार्टी में मुश्किलें पेश आएंगीं। भाजपा तो कांग्रेस के बिल्कुल प्रतिकूल है। शीला दीक्षित ने कहा- 'खैर, जो हुआ अच्छा हुआ, देर आए दुरुस्त आए।'

वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष अजय माकन को लेकर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा- 'एक राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष पूरे दिन काम करता है। इस दौरान वह हर किसी से बातचीत करता है और हर बात को जानने का प्रयास करता है। ऐसे में अगर अजय माकन कह रहे हैं कि वह हर चीज को सही करना चाहते हैं तो यह अच्छा ही है ना। देखते हैं कि वे क्या करते हैं। उनकी कार्यशैली ने कांग्रेस को बहुत नुकसान पहुंचाया है।'

बता दें कि शनिवार को कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके अरविंदर सिंह लवली ने एक साल के भीतर ही भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। इस वापसी पर लवली ने कहा कि मैं मजबूरी में गया था। वैचारिक मतभेद थे, लेकिन अब संवादहीनता दूर हुई है। मैं पार्टी के लिए सब कुछ करूंगा। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि भाजपा में जाने का निर्णय लेना मेरे लिए कोई खुशी का निर्णय नहीं बल्कि पीड़ा में लिया हुआ निर्णय था। वैचारिक रूप से मैं वहां मिसफिट था।

ऐसा माना जा रहा है कि लवली की वापसी पर उनको पार्टी में कोई महत्वपूर्ण पद भी दिया जा सकता है। कांग्रेस में औपचारिक रूप से शामिल होने के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि अरविंदर कांग्रेस के मजबूत सिपाही थे और इनके फिर आने से कांग्रेस और मजबूत होगी।

बताया जा रहा है कि पार्टी में शामिल होने से पहले उनकी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात हुई थी। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, पीसी चाको, हारून युसुफ सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस में वापसी हुई। हालांकि भाजपा का दामन थामने के बाद अरविंदर सिंह लवली शीला दीक्षित और अजय माकन पर तंज कस चुके हैं और कई आरोप भी लगाए थे।

भाजपा पर नहीं पड़ेगा असर

विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि अरविंदर सिंह लवली के वापस कांग्रेस में जाने से भाजपा पर असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस अपना आधार खो चुकी है। लवली के प्रदेश अध्यक्ष रहते कांग्रेस दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें हारी थी।

गौरतलब है कि पिछले दिनों शीला दीक्षित और अजय माकन के बीच समझौता हुआ था। अजय माकन ने अपनी गलती मान कहा था कि उन्हें शीला दीक्षित को पहले मना लेना चाहिए था। कहा तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने पिछले दिनों अपनी ही पार्टी के पुराने नेताओं के साथ बैठक की थी।

अजय माकन ने खुद स्वीकार किया था कि वह सभी साथ लेकर चलने में नाकाम रहे। यही वजह थी कि पिछले चुनावों में हार मिली है। उनके इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने प्रतिक्रिया में कहा था कि अजय माकन ने अपनी गलती सुधार ली है।

बता दें कि दिल्ली एमसीडी चुनाव से पहले टिकट बंटवारे से नाराज होकर अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस छोड़कर 4 अप्रैल, 2017 के दिन भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था।

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