किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे, किसी नई रणनीति का एलान कर सकता है संयुक्त किसान मोर्चा

कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के 9 महीने पूरे होने पर बृहस्पतिवार से कुंडली बार्डर पर 2 दिवसीय अधिवेशन शुरू हुआ है। इसके तहत कुंडली बार्डर पर देशभर से करीब 1500 आंदोलनकारी नेता जुटे हैं। अधिवेशन में देशभर में आंदोलन को तेज करने समेत अन्य मुद्दों पर मंथन किया जाएगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 01:26 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 01:26 PM (IST)
किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे, किसी नई रणनीति का एलान कर सकता है संयुक्त किसान मोर्चा
किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे, नई रणनीति का एलान कर सकता है संयुक्त किसान मोर्चा

नई दिल्ली/गाजियाबाद/सोनीपत, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बार्डर पर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन बृहस्पतिवार को 9 महीने पूरे कर गया। तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस लेने की जिद पर अड़े यूपी, हरियाणा और पंजाब के किसान सिंघु, शाहजहांपुर और गाजीपुर बार्डर पर जाम है। हालांकि, इनकी संख्या बेहद कम है, लेकिन इनकी वजह से रोजाना लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के 9 महीने पूरे होने पर बृहस्पतिवार से कुंडली बार्डर पर 2 दिवसीय अधिवेशन शुरू हुआ है। इसके तहत कुंडली बार्डर पर देशभर से करीब 1500 आंदोलनकारी नेता जुटे हैं। बताया जा रहा है कि  इस अधिवेशन में देशभर में आंदोलन को तेज करने समेत अन्य मुद्दों पर मंथन किया जाएगा। बृहस्पतिवार को तीन सत्र के तहत सुबह 10 बजे हुआ। इसके बाद सत्र दोपहर 2 बजे और पौने चार बजे आयोजित किए जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को सुबह 9 से 12 बजे और 12 से एक बजे तक अंतिम सत्र का आयोजन किया जाएगा। इस अधिवेशन में एक जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी, इसका एलान शुक्रवार शाम को हो सकता है।

यूपी गेट पर किया यज्ञ

वहीं, कृषि कानून के विरोध में यूपी गेट पर चल रहे किसान आंदोलन के 9 महीने पूरे होने पर भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को हवन और यज्ञ किया। जिला अध्यक्ष चौधरी बिजेंदर सिंह ने बताया कि किसानों का हौसला अभी टूटा नहीं है। यह अलग बात है कि यज्ञ और हवन के दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत मौजूद नहीं थे। हवन यज्ञ के दौरान किसानों ने सरकार की शुद्धि बुद्धि के लिए भी आहुति दी।

कानून वापसी तक आंदोलन नहीं होगा खत्म

धरना प्रदर्शन के 9 महीने पूरे होने पर किसानों का कहना है कि  देश के किसान एकजुट होकर तीन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। चाहे आंदोलन को कितने भी  साल बीत जाएं, लेकिन जब तक तीन कानून वापस नहीं होंगे और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून नहीं बनेगा तब तक आंदोलनकारी किसान घर वापस नहीं जाएंगे। 

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