पढ़िए टू व्हीलर चोरी करने वाले दो सगे भाईयों की कहानी, चोरी का लगा चुके सैकड़ा

मध्य जिला के वाहन चोरी निरोधक दस्ते ने मेवात के रहने वाले कुख्यात वाहन चोरों को गिरफ्तार किया। दो साल के दौरान दोनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 100 दोपहिया चोरी कर चुके हैं। चोरी के वाहन हरियाणा उप्र व राजस्थान में लोगों को सस्ती दर पर बेच देते थे।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 01:21 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 01:21 PM (IST)
पढ़िए टू व्हीलर चोरी करने वाले दो सगे भाईयों की कहानी, चोरी का लगा चुके सैकड़ा
इनकी निशानदेही पर मेवात से नौ बाइक बरामद की गई हैं। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मध्य जिला के वाहन चोरी निरोधक दस्ते ने मेवात के रहने वाले दो कुख्यात वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों सगे भाई हैं। पिछले दो साल के दौरान दोनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 100 दोपहिया चोरी कर चुके हैं। आरोपित चोरी के वाहन हरियाणा, उप्र व राजस्थान में लोगों को सस्ती दर पर बेच देते थे। डीसीपी जसमीत सिंह के मुताबिक गिरफ्तार किए गए वाहन चोरों के नाम साजिद व मुस्तफा है। दोनों पुन्हाना मेवात, हरियाणा के रहने वाले हैं। इनकी निशानदेही पर मेवात से नौ बाइक बरामद की गई हैं। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

दिल्ली में लगातार वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए वाहन चोरी निरोधक दस्ता को ऐसे गिरोह के बारे में पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। एसीपी योगेश मल्होत्रा व एसआइ संदीप गोदारा के नेतृत्व में पुलिस टीम को 14 जून को सूचना मिली कि दो वाहन चोर वारदात को अंजाम देने के लिए जीबी रोड आने वाले हैं। पुलिस टीम ने वहां से दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया वे अपने छह-सात सदस्यों के साथ चोरी करने मेवात से दिल्ली आते थे।

उधर मसूरी थाना क्षेत्र में दो जून को डासना देवी में मंदिर में घुसे दो संदिग्धों विपुल विजयवर्गीय (रमजान) व कासिफ की रिमांड बुधवार को समाप्त हो गई। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। जबकि इनके गुरु सलीमुद्दीन से अभी पूछताछ जारी है। उसे बृहस्पतिवार को जेल भेजा जाएगा। सलीमुद्दीन से अभी देश की कई एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।बता दें कि दो जून की रात करीब नौ बजे दो युवक मंदिर परिसर में घुसे। एक व्यक्ति ने बाहर पुलिसकर्मियों के पास रजिस्टर में अपनी एंट्री विपुल विजयवर्गीय नागपुर व दूसरे ने काशी गुप्ता सेक्टर 23 संजयनगर के नाम से कराई।

भीतर जाने पर सेवादारों को दोनों पर शक हुआ और उन्होंने दोनों के बैग की तलाशी ली। बैग में तीन सर्जिकल ब्लेड, दवाएं, धार्मिक किताबें व लोहे के दो स्केल बरामद हुए थे। सेवादारों ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया था। इस मामले में महंत के करीबी अनिल यादव ने महंत की हत्या का शक जताते हुए मसूरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। काशी गुप्ता के नाम से एंट्री कर मंदिर परिसर में घुसने वाले का असली नाम कासिफ है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया था। इसके बाद कोर्ट ने सात जून को दोनों आरोपितों की पांच दिन की रिमांड मंजूर की थी। यह रिमांड 12 जून को समाप्त होनी थी। 15 जून को पुलिस ने सलीमुद्दीन को गिरफ्तार किया। इसके बाद 11 जून को कोर्ट ने रिमांड की अवधि बढ़ाकर 15 जून कर दी थी।

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