राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने किया संस्कार भारती "कला संकुल" का लोकार्पण

संस्कार भारती एक राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन है जो भारत की परम्परागत शास्त्रीय लोक और आधुनिक कलाओं के माध्यम से लोक जीवन में राष्ट्रीय मूल्यों के बीजारोपण के लिए प्रयत्नशील है। मूल्य आधारित कला मनोरंजन द्वारा व्यक्ति का विकास ही संस्कार भारती का लक्ष्य है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 02:29 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 08:35 AM (IST)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने किया संस्कार भारती "कला संकुल" का लोकार्पण
सांस्कृतिक धरोहरों के संवर्धन एवं संयोजन की परिकल्पना "कला संकुल" द्वारा दिल्ली को बनाया जाएगा "कला नगर"

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। संस्कार भारती द्वारा दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर बनाए गए कला संकुल (परिसर) का उद्घाटन आज (2 अप्रैल) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत द्वारा किया जाएगा। यह उद्घाटन समारोह पद्मश्री हरिभाऊ वाकणकर जयंती की पूर्वसंध्या पर होगा। कला साहित्य रंगमंच के लगभग 1000 कलाकार, संस्कृतिकर्मी, कलागुरु एवं अन्य विद्वतजनो के उपस्थित रहने की संभावना है।

चार मंजिला कला संकुल मुख्य रूप से कला-संस्कृति गतिविधियों का परिसर है, जिसमे कला साहित्य रंगमंच सहित अनेक विधाओं का संयोजन व संवर्धन किया जायेगा। इसमें कला-संस्कृति की पुस्तकों से सुसज्जित एक समृद्ध पुस्तकालय, आर्ट गैलरी, सभागार, स्टूडियो एवं कांफ्रेंस रूम की सुविधा उपलब्ध है। संस्कार भारती आगामी भविष्य में दिल्ली को एक ‘कला नगर’ का रूप स्थापित करना चाहता है, जिसकी सांस्कृतिक सुगंध से पूरा देश सुवासित हो और भविष्य में ‘कला संकुल’ कला-संस्कृति के बड़े केंद्र के रूप में जाना जाएगा।

लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहनराव भागवत है। समारोह में संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र, संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष वासुदेव कामत, राज्यसभा सदस्य पद्मविभूषण डॉ सोनल मानसिंह, लोकगायका पद्मविभूषण तीजनबाई, लेखक चिंतक पद्मश्री नरेंद्र कोहली, मणिपुरी नर्तक पद्मभूषण राजकुमार सिंहजीत सिंह एवं गायक पद्मभूषण पडित राजन मिश्र का विशेष सानिध्य रहेगा। कार्यक्रम के संयोजक अनुपम भटनागर, एवं सहसंयोजक भूपेंद्र कौशिक होंगे।

बता दें कि संस्कार भारती एक राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन है, जो भारत की परम्परागत शास्त्रीय, लोक और आधुनिक कलाओं के माध्यम से लोक जीवन में राष्ट्रीय मूल्यों के बीजारोपण के लिए प्रयत्नशील है। मूल्य आधारित कला मनोरंजन द्वारा व्यक्ति का विकास ही संस्कार भारती का लक्ष्य है। प्राचीन और आधुनिक के समन्वय और प्रतिभाशाली युवा कलाकर्मियों को नए प्रयोग की भूमि प्रदान करने में यह आगे हैं।

chat bot
आपका साथी