राहुल का अनशन: छोले-भटूरे खाने के बाद कांग्रेस नेताओं के उपवास को विपक्ष ने बताया 'उपहास'

अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली और हारुन यूसुफ समेत कई कांग्रेसी नेता दिल्ली के एक रेस्तरां में छोले भटूरे खाते नजर आ रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 09 Apr 2018 12:57 PM (IST) Updated:Mon, 09 Apr 2018 10:15 PM (IST)
राहुल का अनशन: छोले-भटूरे खाने के बाद कांग्रेस नेताओं के उपवास को विपक्ष ने बताया 'उपहास'
राहुल का अनशन: छोले-भटूरे खाने के बाद कांग्रेस नेताओं के उपवास को विपक्ष ने बताया 'उपहास'

नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत बंद के बाद से दलितों पर लगातार हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ देशव्‍यापी उपवास शुरू किया है। वहीं, दोपहर होते-होते एक तस्वीर सामने आने के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन समेत कई दिग्गज नेता विवादों में घिर गए। दरअसल, एक तस्वीरे वायरल हुई है, जिसमें अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली और हारुन यूसुफ समेत कई कांग्रेसी नेता दिल्ली के एक रेस्तरां में छोले भटूरे खाते नजर आ रहे हैं। 

इस पर भाजपा नेता हरीश खुराना ने ट्वीट कर कहा कि धरना अौर उपवास के पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एक रेस्तरां में खाना खाते हुए देखे गए हैं। उन्होंने रेस्तरां में कांग्रेस नेताअों के खाने की तस्वीर भी पोस्ट की है। वहीं,  इस पर कटाक्ष करते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि कांग्रेस नेता तीन घंटे भी बिना खाए नहीं रह पाए।

वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा भी तस्वीर ट्वीट करने के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि ये तस्वीर सोमवार सुबह 8 बजे से पहले की है। उन्होंने कहा कि यह अनशन प्रतीकात्मक है, यह कोई भूख हड़ताल नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इसमें गलत क्या है?

राजधानी दिल्ली में राजघाट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्‍ली के कई दिग्‍गज नेता भी अनशन स्थल पर बैठे हैं। वहीं, अनशन से पहले राहुल गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्‍थल पर जाकर उनको नमन किया। इसके बाद मंच पर पहुंचे।

हालांकि, यहां कांग्रेस की अंदरुनी लड़ाई एक बार फ‍िर उभरकर सामने आई। मंच पर बैठने को लेकर सियासत शुरू हो गई। इस सियासत में दो दिग्‍गज कांग्रेस नेताओं और पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को मंच तक छोड़ना पड़ा।

इस बीच वहां मीडिया की हलचल देखकर अजय माकन ने जगदीश टाइटलर के कान में कुछ कहा, जिसके बाद जगदीश टाइटलर वहां से निकलने लगे। कहा जा रहा है कि अजय माकन ने टाइटलर को वापस जाने के लिए कहा था, जिसके बाद वो वहां से निकल गए।

वहीं, जगदीश टाइटलर ने कहा है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, बल्कि जनता के बीच में जाकर बैठेंगे। सफाई में उन्होंने कहा कि मुझे किसी ने जाने के लिए नहीं कहा और अजय माकन से राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर बात हुई थी। जगदीश टाइटलर ने बाद में यह भी कहा कि मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं है और सीबीआई ने मुझे क्लीनचिट दी है।

इस दौरान राहुल गांधी के करीब दिखने की होड़ भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में दिखी। इस दौरान दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन राहुल गांधी के बेहद करीब खड़े नजर आए। 

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अनशल स्थल राजघाट पर आने की गहमागहमी के बीच दो पूर्व केंद्रीय मंत्रियों जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को वहां से वापस भेज दिया गया है। इसको लेकर काफी विवाद हो रहा है।

जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार उपवास स्थल पर पहुंचे तो उनकी मुलाकात दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन से हुई। इस पर वे अजय माकन के साथ मंच पर बैठ गए। 

कहा जा रहा है दोनों नेताओं को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के इशारे पर हटाया गया है। बता दें कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 में हुए सिख दंगों के आरोपी हैं।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में राहुल गांधी के साथ भी कई वरिष्ठ कांग्रसी नेता उपवास में शामिल होंगे।कई नेता तो धरना स्थल पर सुबह से ही जमा है। वहीं, अजय माकन ने कहा है कि राहुल अनशन के दौरान आते-जाते रहेंगे। 

कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि हिंसा पर लगाम लगाने और आपसी सद्भाव, भाईचारे, सामाजिक समरसता एवं शांति कायम करने की मांग को लेकर सभी सम्भाग मुख्यालयों पर कांग्रेसी सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक उपवास रखा गया है। 

अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी पहुंचे हैं। ज्यादातर कार्यकर्ता मंच के सामने बैठे हैं, जिससे वे राहुल गांधी को देख सकें। 

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