द्वारका में प्रस्तावित हज हाउस का लोगों ने किया विरोध, भरथल चौक पर हुआ प्रदर्शन
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल हिंदू शक्ति संगठन के अलावा द्वारका की कई संस्थाओं के पदाधिकारी शुक्रवार सुबह 10 बजे द्वारका सेक्टर 22 स्थित भरथल चौक पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान इन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की लगभग दो एकड़ जमीन को डीडीए द्वारा आवासीय उद्देश्य से लिया गया था।
नई दिल्ली [भगवान झा]। द्वारका सेक्टर- 22 में प्रस्तावित हज हाउस निर्माण के विरोध में शुक्रवार को कई हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने भूमि का उपयोग किसी एक समुदाय के लिए किए जाने की निंदा करते हुए कहा कि यहां पर ऐसी योजना हो, जिसका उपयोग सभी धर्मों के लोग कर सकें।
जमीन सौंपने को लेकर भी उठे सवाल
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू शक्ति संगठन के अलावा द्वारका की कई संस्थाओं के पदाधिकारी शुक्रवार सुबह 10 बजे द्वारका सेक्टर 22 स्थित भरथल चौक पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान इन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की लगभग दो एकड़ जमीन को डीडीए द्वारा आवासीय उद्देश्य से लिया गया था, जिसको बाद में डीटीसी को सौंप दिया गया और पुनः गुप्त रूप से हज हाउस निर्माण के लिए यह जमीन आवंटित कर दी गई।
मांगे नहीं माने जाने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
भरथल व उसके आसपास के गांव से आए ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि किसी एक समुदाय के लिए भूमि का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा। यहां पर मेडिकल कालेज, अस्पताल, स्कूल, खोले जाने चाहिए। जबतक हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी तबतक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
सुरक्षा का भी उठा सवाल
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि द्वारका के पास ही इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से द्वारका का इलाका संवेदनशील है। यहां पर हज हाउस का निर्माण बिल्कुल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे और अपना विरोध दर्ज कराया था।
योजना वापस होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में स्थाई समिति के पूर्व अध्यक्ष राजदत्त गहलोत ने बताया कि जबतक हज हाउस बनाने की योजना को नहीं हटाया जाएगा तबतक हमारा यह प्रदर्शन जारी रहेगा। हिंदू शक्ति संगठन के कार्यकर्ता नेत्रपाल ने बताया कि द्वारका सेक्टर 22 हिंदू बाहुल्य इलाका है। ऐसे में यहां पर हज हाउस का निर्माण बिल्कुल नहीं होने देंगे। स्थानीय निवासी जोगिंद्र सोलंकी ने बताया की ग्रामीण संस्कृतियों को बचाने एवं शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए हम हज हाउस का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान भारत ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अलावा पालम गांव से सुरेंद्र सोलंकी अन्य ग्रामीणों के साथ मौजूद रहे। वहीं, आल द्वारका रेजीडेंट फेडरेशन के अध्यक्ष अजीत स्वामी ने बताया कि रिहायशी इलाके में इस तरह का निर्माण बिल्कुल नहीं होना चाहिए। यहां पर नहीं हो तो बहुमंजिली पार्किंग का निर्माण करा दे।