गाजियाबाद में ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराए गए 12 से अधिक बच्चे

बाल मजदूरी कराकर दिल्ली रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के लिए ले जाए जा रहे झारखंड के बच्चों को सोमवार शाम को पुलिस ने ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराया।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 20 May 2019 08:55 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 08:55 PM (IST)
गाजियाबाद में ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराए गए 12 से अधिक बच्चे
गाजियाबाद में ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराए गए 12 से अधिक बच्चे

गाजियाबाद, जेएनएन। बाल मजदूरी कराकर दिल्ली रेलवे स्टेशन पर छोड़ने के लिए ले जाए जा रहे झारखंड के बच्चों को सोमवार शाम को पुलिस ने ठेकेदार के चंगुल से मुक्त कराया। कानूनी कार्रवाई किए जाने के चलते बच्चों को फिलहाल चाइल्ड केयर को सौंप दिया गया है। पुलिस ठेकेदार व उसके साथी से पूछताछ कर रही थी।

सोमवार शाम को पुलिस ने मेरठ के भैंसाली गेट डिपो की बस में एक दर्जन से अधिक बच्चों को दिल्ली ले जाते हुए कादराबाद पुलिस चौकी के पास उतार लिया। बच्चों की उम्र 10 से 15 साल के बीच है। ठेकेदार ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर का रहने वाला है। मंसूरपुर के गांव में उसने बच्चों को गेहूं की कटाई के सीजन में झारखंड से बुलवाया था। ठेकेदार ने एक बच्चे को एक माह से अधिक समय की मेहनत की पांच हजार मजदूरी दी थी। बच्चों की जानकारी मिलने पर आशा ज्योति फाउंडेशन की टीम भी कादराबाद पहुंच गई थी।

चलता है कमीनखोरी का खेल

पूछताछ में ठेकदार से पुलिस को पता चला कि जो ठेकेदार बच्चों को छोड़ने के लिए जा रहा था, उसने झारखंड के ठेकेदार से बच्चों को सात हजार प्रतिमाह के हिसाब से तय करके मंसूरपुर बुलवाया था। दो हजार कमीशन दोनों के बीच में बंट रहा था। इतना ही नहीं, मंसूरपुर गांव के जिस व्यक्ति के पास ये बच्चे रह रहे थे, वह उनकी दिनभर की मेहनत के बदले किसान से गेहूं की कटाई 65 किलो प्रतिबीघा के हिसाब से गेहूं लेकर कराता था।

ऐसे में साफ है कि बच्चों की मेहनत का आधा हिस्सा भी उन्हें नहीं दिया जा रहा था। एसएचओ संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि जांच में सामने आया है कि गेहूं कटाई, गन्ने की फसल के समय पर झारखंड से बड़ी संख्या में बाल मजदूरों को ये लोग कमीशन पर बुलवाते हैं। उनसे काम कराने के बाद पूरी मजदूरी उनको नहीं दी जाती।

गाजियाबाद के एएसपी बीबीजीटीएस मूर्थि ने बताया कि बच्चों से पूछताछ की जा रही है। बच्चों को चाइल्ड केयर वालों को सौंपा जा रहा है। ठेकेदार व उसके एक साथी को हिरासत में ले लिया गया है। लिखित में अभी कोई शिकायत पुलिस को नहीं मिली है। जो भी तहरीर आएगी, उसी आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।

दिल्ली-NCR की ताजा खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी