आम की 350 किस्मों का स्वाद लेना है तो आइए दिल्ली हाट, शुगर फ्री भी है उपलब्ध
दिल्ली पर्यटन विभाग की ओर से शुक्रवार को जनकपुरी स्थित दिल्ली हाट में तीन दिनों तक चलने वाले 31वें आम महोत्सव का आगाज हुआ।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पर्यटन विभाग की ओर से शुक्रवार को जनकपुरी स्थित दिल्ली हाट में तीन दिनों तक चलने वाले 31वें आम महोत्सव का आगाज हुआ। साज-सज्जा से लेकर, मनोरंजन व खानपान के सभी इंतजाम अपने आप में खास है। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका उद्घाटन किया और कहा कि दिल्ली पर्यटन विभाग एक ऐसा मंच है, जहां देशभर के आम उत्पादक, यहां आमों की विभिन्न किस्मों का प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग कोने में उत्पादक आम की तरह-तरह की किस्म को तैयार कर रहे हैं और हमें दिल्ली में इन किस्मों को चखने का अवसर मिल रहा है। यहां आम की 350 किस्म है, अब तो मधुमेह रोगियों के लिए शुगर फ्री आम भी आ गए हैं। मैं चाहता हूं कि आज जैसे लोग फोन के नए मॉडल का इंतजार करते हैं, ठीक उसी प्रकार लोग आम की अलग-अलग किस्मों का इंतजार करें।
वहीं, जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेश ऋषि ने कहा कि जनकपुरी दिल्ली हाट में बीते दस साल से आम महोत्सव आयोजित हो रहा है, हालांकि इसके अलावा आइएनए स्थित दिल्ली हाट में यह आयोजन होता था। इस दौरान दिल्ली पर्यटन विभाग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शूरवीर सिंह, जनकपुरी दिल्ली हाट के प्रबंधक अनुदीप सिंह व सुधीर सोबती मौजूद रहे।
नमो, योगी व शाह ने आम महोत्सव में भी जमाई धाक
सियासत के मैदान में नमो, योगी व शाह की जोड़ी ने जिस तरह से लोगों के दिलों पर धाक जमाई, ठीक उसी प्रकार आम महोत्सव में भी इनकी चर्चा रही। यहां भी राहुल, शीला, केजरी, सिसोदिया, माया ने इनको कड़ी टक्कर दी। ऐसे में लोगों को आम महोत्सव में भी सियासत का रंगमंच जैसा अनुभव हुआ।
आम महोत्सव में मनीष सिसोदिया को विराट आम उपहार में दिया गया। कारोबारियों ने बताया कि विराट आम का आकार, स्वाद, वजन व इसकी खुशबू इसे औरों से अलग व खास बनाती है।
आमों के ये भी हैं नाम
आमों के नाम ने प्रदर्शनी हॉल में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया। सचिन, मेनका, वरूण, चांदनी गोला, सुर्खी, फजली, किस्म ज्योति, कलिम पसंद, नाजुक परी, वनराज, सिंधु, पुलिस, पेरी-पौना, पोपट परि, बटन, मोती चूर, कोहिनूर, बराइड ऑफ रशिया, केरला, कैप्सूल, नीम, केसर-मिसरी, हाथी झूल, गुलाब खास, चुनमुन, खुशनुमा, जहांगीर, राजा वाला, राम कलि, ठपका, जलेबी, नशा-पत्ती शामिल थे। इनके अलावा गायत्री, केसर, रामकेला, काली मिस्नी, सदाबहार, सूरजमुखी, अमीर पसंद, बदशाह पसंद, नारंगी गोला, फुरफुर, चंपा, मलिका आम, हुस्न आरा नाम भी लोगों को खूब भाए।