देश की राजधानी दिल्ली की मंडोली जेल में स्मार्ट फोन से वीडियो बनाते हैं कैदी

मंडोली जेल में बंद कैदियों का डेढ़ मिनट का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें कैदियों के पास न केवल स्मार्टफोन है बल्कि रहने के लिए अलग कमरा मिला हुआ है।

By Edited By: Publish:Sun, 17 Mar 2019 09:40 PM (IST) Updated:Mon, 18 Mar 2019 09:56 AM (IST)
देश की राजधानी दिल्ली की मंडोली जेल में स्मार्ट फोन से वीडियो बनाते हैं कैदी
देश की राजधानी दिल्ली की मंडोली जेल में स्मार्ट फोन से वीडियो बनाते हैं कैदी

नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्वी दिल्ली के मंडोली जेल में बंद कैदियों का डेढ़ मिनट का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें दिख रहा है कि कैदी मंडोली जेल में मौज की जिंदगी बिता रहे हैं। कैदियों के पास न केवल स्मार्टफोन है, बल्कि रहने के लिए अलग कमरा मिला हुआ है। इस कमरे में सोने के लिए गद्दे के अलावा निजी शौचालय भी है। दूसरे कमरे में कैदियों ने रसोई बना रखी है, जिसमें रसोई का सारा सामान उपलब्ध है। यहां इंडक्शन चूल्हे पर कैदी न केवल चाय बनाते हैं, पनीर को तलकर चटकारा भी लेते हैं।

इस वीडियो ने जेल प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। यह वीडियो गैंगस्टर रुस्तम का बताया जा रहा है। यह उत्तर प्रदेश के लखनऊ के सलीम रुस्तम गिरोह का कुख्यात बदमाश है, जो मंडोली जेल में बंद है। वीडिया के जरिये रुस्तम अपना रसूख और जेल में मिलने वाली सुविधाओं को दिखा रहा है।

वीडियो की शुरुआत में रुस्तम चूल्हे पर चाय बनाता दिख रहा है। उसके पास कई कैदी खड़े हैं। वह वीडियो से कैदियों को दिखाता है। इसके बाद रसोई से निकलने के बाद एक लॉकअप को अपना कमरा बताता है और दूसरे लॉकअप में बंद कैदियों के बारे में कहता है भाई लोग सामने रहते हैं। कमरे में जाते ही पहले वह गद्दा दिखाता है, उसके बाद उसी कमरे में बने शौचालय को। इसके बाद जेल की कैंटीन में मिलने वाले पनीर के पैकेट को दिखाता है।

सूत्रों के अनुसार रुस्तम और उसके भाई-पिता समेत परिवार के कई सदस्य सलाखों के पीछे हैं। जेल से ही यह गिरोह दिल्ली और उत्तर प्रदेश के इलाकों में अपने गुर्गों से हत्याएं व रंगदारी की वारदातों को अंजाम दिलवा रहा है। वह इस तरह की वीडियो को लोगों को दिखाकर अपना डर दिखाते हैं और यह दिखाते जेल में प्रशासन का नहीं उनका राज चलता है।

वहीं, तिहाड़ के पीआरओ राजकुमार ने कहा कि जेल में हर कैदी को इंडक्शन चूल्हा मिलता है, जिसका बिजली बिल प्रशासन दो रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से कैदियों से लेता है। फोन जेल में कैसे गया? ये गंभीर बात है, इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। वीडियो कब बनाया गया? इसकी जांच की जा रही है।

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