कुमार विश्वास के इस कदम पर टिकी 'आप' की निगाह, पार्टी में मची है खलबली

आप नेता विश्वास को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। अब वे इंतजार में है कि उनका कार्यकर्ता सम्मेलन हो तो उस आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाए।

By Amit MishraEdited By: Publish:Sat, 02 Dec 2017 12:25 PM (IST) Updated:Sun, 03 Dec 2017 07:14 AM (IST)
कुमार विश्वास के इस कदम पर टिकी 'आप' की निगाह, पार्टी में मची है खलबली
कुमार विश्वास के इस कदम पर टिकी 'आप' की निगाह, पार्टी में मची है खलबली

नई दिल्ली [जेएनएन]। आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास के रविवार को होने जा रहे कार्यकर्ता सम्मेलन ने पार्टी नेतृत्व की नींद उड़ा दी है। इस सम्मेलन में दिल्ली के अलावा गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब व हरियाणा के लोग शामिल होंगे। इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं की संख्या बहुत अधिक नहीं हो सकती है। मगर विश्वास के तेवर को देख पार्टी नेतृत्व इस सम्मेलन को लेकर विचार विमर्श करने को मजबूर है।

पार्टी नेतृत्व नाराज 

पार्टी नेतृत्व उन लोगों से बेहद नाराज है जिन्होंने विश्वास को रामलीला मैदान में बोले जाने का मौका दिए जाने का सुझाव दिया था। पार्टी का एक गुट मान रहा है कि वहां बेवजह विश्वास को मौका दिया गया। विश्वास वहां सभी कार्यकर्ताओं के सामने अपनी बात कह कर संवेदनाएं बटोर ले गए। उन्होंने अपना मकसद पूरा कर लिया है। रामलीला मैदान का मंच मिलने के बाद ही विश्वास ने एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। मंच नहीं दिया जाता तो कुमार इस तरह का बखेड़ा नहीं कर पाते।

अवैध है विश्वास का सम्मेलन

बहरहाल पार्टी नेता उन्हें घेरने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। अब वे इंतजार में है कि उनका कार्यकर्ता सम्मेलन हो तो उस आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाए। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के रणनीतिकार विश्वास के इस कार्यकर्ता सम्मेलन को अवैध भी मान रहे हैं। विश्वास इस समय राजस्थान के प्रभारी हैं। इस नाते वह राजस्थान के कार्यकर्ताओं का ही सम्मेलन कर सकते हैं। जबकि विश्वास यह बात साफ कर चुके हैं कि उन्होंने, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने मिलकर इस पार्टी बनाने का फैसला किया था। पार्टी को किन्हीं कारणों से नुकसान हो रहा है तो उन्हें आगे आकर इसे दूर करना है। इस कार्य से वह पीछे नहीं हटेगें। उनके कार्यकर्ता संवाद में सभी स्थानों से कार्यकर्ता आएंगे।

पोस्टर पर संग्राम 

बता दें कि विश्वास ने बुधवार को ट्वीट कर ऐलान किया कि वह रविवार को पार्टी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे। विश्वास ने जिस पोस्टर को ट्वीट किया है उसमें वह पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की एक बड़ी सी तस्वीर के सामने खड़े दिख रहे हैं। यह तस्वीर पिछले रविवार को रामलीला मैदान में हुए पार्टी के स्थापना दिवस समारोह की है। विश्वास के पोस्टर में भी गूढ़ संदेश छिपा दिख रहा है। जैसे कि वह केजरीवाल को पार्टी का इकलौता चेहरा बनाए जाने को चुनौती दे रहे हैं।

पार्टी में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है

विश्वास साफ तौर पर मान रहे हैं कि पार्टी में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। कुछ लोगों के साथ में पार्टी का नेतृत्व है। वही लोग फैसले ले रहे हैं। पार्टी अपने मकसद से भटक चुकी है। आज भाजपा, कांग्रेस आम आदमी पार्टी में कोई फर्क नहीं रह गया है। जो जनता के साथ विश्वासघात है। पाटी की नीतियों से असंतुष्ट होकर पार्टी के तमाम कार्यकर्ता घर बैठ चुके हैं। उनसे कोई कुछ पूछने वाला नहीं है।

पेस्टर का मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए

हालांकि विश्वास ने ट्वीट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को खास तवज्जो न दिए जाने की बात कही है। उन्होंने सवाल किया कि फोटो से लोग असुरक्षित क्यों हो रहे हैं? विश्वास ने कहा कि उन्होंने जिस पोस्टर को ट्वीट किया उसे पार्टी के वॉलनटिअर्स ने बनाया है। वॉलनटिअर्स ने ही तस्वीर चुनी क्योंकि उन्हें यह उपयुक्त दिखा। 'आप' नेता ने कहा कि इसका बहुत ज्यादा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।

इशारों में किया वार 

बता दें कि यह पूरा बखेड़ा रविवार को विश्वास ने पार्टी की स्थापना के 5 साल पूरा होने के मौके पर रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम से खड़ा हुआ है। जिसमें विश्वास ने पार्टी की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाए थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आम आदमी पार्टी आंदोलन से बनी पार्टी है। विश्वास ने कहा था कि अगर किसी आंदोलन को खत्म करना हो तो उसका कोई चेहरा बना दीजिए। विश्वास ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका स्पष्ट इशारा पार्टी में मौजूदा वक्त में सत्ता तंत्र की तरफ था जिसकी उन्होंने आलोचना की थी।

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