जानिये- 9 बच्चियों से दुष्कर्म करने वाले बेबी किलर तक कैसे पहुंची पुलिस

गुड़गांव के सेक्टर-66 में 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद दरिंदगी और हत्या के मामले में पकड़े गए युवक के खुलासे ने पुलिस के होश भी उड़ा दिए हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 12:09 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 02:10 PM (IST)
जानिये- 9 बच्चियों से दुष्कर्म करने वाले बेबी किलर तक कैसे पहुंची पुलिस
जानिये- 9 बच्चियों से दुष्कर्म करने वाले बेबी किलर तक कैसे पहुंची पुलिस

गुरुग्राम, जेएनएन। हवस का शिकार बना मासूम बच्चियों को मौत के घाट उतारने के आरोपित सुनील (बेबी किलर) के पुलिस शिकंजे में आने की कहानी भी रोचक है। दरअसल, नौ दिन पहले हुई वारदात में सुनील का नाम आया तो पुलिस को उसकी आदतों के बारे में पता चला। इसके बाद पुलिस की सात टीमों ने उसकी फोटो लेकर गुरुग्राम तथा दिल्ली के धार्मिक स्थल छान मारे। वहीं एक टीम महोबा व झांसी में लगी हुई थी उसी टीम के हाथ सुनील झांसी स्थित एक मंदिर के पास से लगा। पहले के मामलों में पुलिस के पास कोई क्लू नहीं था। इस मामले में फोटो और नाम तक पता था।

बहनों से पूछताछ से मिला क्लू
सुनील की दोनों बहन गुरुग्राम में रहती हैं। उनके पास ही यह पंद्रह दिन पहले आया था। दोनों ने कहा उन्हें भी यह उम्मीद नहीं थी कि उनका भाई ऐसी हैवानियत करेगा। हालांकि बहनों ने कहा कि सुनील बचपन से ही सनकी दिमाग का है। चार साल से वह गांव भी कम जाता था। धार्मिक स्थलों के पास रहकर भंडारे में खाना खाता था। जहां सोने को मिलता था, वहीं रात काट देता था।

वहीं, आरोपित ने पूछताछ में कई जुर्म कबूले हैं। पुलिस अब उनके सत्यापन में जुटी है। सिविल लाइंस वाले मामले में उसे नामजद कर लिया गया है।

दिल्ली में यहां बनाया बच्चियों को निशाना

गुरुग्राम पुलिस पूछताछ में आरोपित ने दिल्ली के मोतीबाग, मिठाई पुल (आइएसबीटी के पास) तथा सदर बाजार के पास स्थित एक मंदिर के समीप से लड़कियों को उठाकर दुष्कर्म कर जान से मारने की बात कबूली है। एसआइटी प्रमुख डीसीपी सुमित कुमार ने बताया कि दिल्ली पुलिस आरोपित को दिल्ली ले जाकर निशानदेही कराएगी। झांसी व ग्वालियर पुलिस को भी सूचना दी गई है।

मासूम बच्चियों के परिजनों को वहशी दरिंदे की गिरफ्तारी से न्याय की उम्मीद जगी है। सुनील का शिकार बनीं दो लड़कियों के परिजनों से बात की गईं, तो उनकी आंखे छलक उठी। भरे गले से यही आवाज निकली इंसान के चोले में हैवान घूम रहा था। इसे तो जल्दी से जल्दी फांसी दी जानी चाहिए। उन्हें उम्मीद भी है अब न्यायिक प्रक्रिया जल्दी पूरी की जाएगी।

बेटी जिंदा होती जुड़वां बहन जैसी होती

दो साल पहले सिविल लाइन स्थित पीर बाबा की मजार से अगवा कर बच्ची को दुष्कर्म के बाद मार दिया था। बच्ची के पैर तोड़ दिए थे। मध्य प्रदेश (सतना) की मूल निवासी बच्ची की मां को पुलिस ने बताया कि आरोपित पकड़ा गया तो यह खबर सुन वह अपनी दूसरी बेटी को बांहों में लेकर फूट-फूट कर रो पड़ीं। बच्ची की मां ने बताया मेरी बेटी जुड़वां थीं और आज जिंदा होती तो दूसरी बेटी की तरह ही होती। दरिंदे सुनील ने करीब दो साल पहले उसे पीर बाबा की मजार से अगवा किया था। दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव राजीव चौक के पास फेंक दिया था। बच्ची की मां बोली यह इंसान नहीं हैवान है। इसे फांसी दी जानी चाहिए। बच्ची के पिता ने कहा आरोपित को पकड़ने में पहले ही देर हो चुकी है। अब केस चलाने में देर नहीं होनी चाहिए।

बच्ची की नानी खुद देना चाहती है फांसी

उप्पल साउथ एंड के पीछे घासौला की झुग्गियों से करीब दो साल पहले अगवा कर मारी गई पांच साल की मासूम की नानी गुस्से में दिखीं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपित को पकड़े जाने की सूचना दी है। मगर हमारे कलेजे को ठंडक तभी मिलेगी जब भेड़िये को फांसी खुद देने का अधिकार मिलेगा। यह कहते हुए बुजुर्ग महिला रो पड़ती है। कहा परिवार के साथ मधुबनी (बिहार) में अपने गांव इसीलिए नहीं गई कि हैवान नजर आ जाए तो उसका गला दबा दूं। बच्ची पास के ही साईं मंदिर में प्रसाद खाने चली गई थी। जहां से उसे आरोपित टॉफी देने के बहाने फुसलाकर ले गया था।

बर्बरता से बुरी तरह सदमे में था परिवार

नौ दिन पहले सेक्टर 66 स्थित एक झुग्गी में रहने वाली मासूम बच्ची (3) को हवस का शिकार बनाने के बाद कत्ल कर दिया गया था। नरपिशाच ने बच्ची के संवेदनशील अंग में लकड़ी डाल दी थी।

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