लारेंस बिश्नोई सलाखों की ओट से चलाना चाहता है दहशत का व्यापार, जानें पहले अपराध से अब तक की कहानी

Lawrence Bishnoi News हरियाणा पंजाब राजस्थान और चंडीगढ़ के व्यापारी वर्ग में तो पहले से ही उसका खौफ है लेकिन अब वह राष्ट्रीय राजधानी और इसके साथ लगते एनसीआर के जिलाें में अपनी धमक जमाना चाहता है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 06:47 PM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 06:52 PM (IST)
लारेंस बिश्नोई सलाखों की ओट से चलाना चाहता है दहशत का व्यापार, जानें पहले अपराध से अब तक की कहानी
लारेंस बिश्नोई को लेकर जाती पुलिस। फाइल फोटो।

नई दिल्ली [सुशील गंभीर]। गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई सलाखों की ओट से दहशत का व्यापार कर रहा है। राजस्थान के अजमेर स्थित जेल में बंद रहकर ही वह अपने अपराध के साम्राज्य को फैलाने पर लगा हुआ है। लारेंस की हद का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह अभिनेता सलमान खान की हत्या करने की सुपारी दे चुका है, क्योंकि सलमान काले हिरण के शिकार में नामजद रहे हैं और काला हिरण बिश्नोई समाज के लिए पूजनीय है।

अजमेर जेल में रहकर आतंक का साम्राज्य फैला रहा है लारेंस बिश्नोई

हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ के व्यापारी वर्ग में तो पहले से ही उसका खौफ है, लेकिन अब वह राष्ट्रीय राजधानी और इसके साथ लगते एनसीआर के जिलाें में अपनी धमक जमाना चाहता है। यही कारण है कि वह एनसीआर से आपरेट होने वाले छोटे-छोटे गैंग को अपने साथ मिलाकर एक घातक टुकड़ी तैयार करना चाहता है, जो उसके एक इशारे पर किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सके।

पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति कर चुका है लारेंस

लारेंस का मुख्य टारगेट बड़े कारोबारी होते हैं। उसके गुर्गे व्यापारियों से रंगदारी मांगते हैं और मांग की पूर्ति न होने पर घर या गाड़ी पर गोलियां बरसाकर दहशत का माहौल पैदा करते हैं। युवा वर्ग में भी लारेंस की अच्छी खासी पैठ है, क्योंकि अपने शुरुआती दिनों में वह चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र राजनीति कर चुका है। लारेंस चंडीगढ़ सेक्टर-10 स्थित डीएवी काॅलेज में छात्र संघ का अध्यक्ष भी रहा है।

खुद भी खौफ में है लारेंस

भले ही व्यापारी वर्ग में लारेंस का भय है, लेकिन वह खुद भी खौफजदा है। लारेंस को लगता है कि अगर वह जेल से बाहर आया तो किसी न किसी राज्य की पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी। यही कारण है कि जब किसी भी राज्य की पुलिस लारेंस से पूछताछ करने के लिए उसका प्रोडक्शन वारंट जारी करने की मांग अदालत से करती है, लारेंस उस राज्य की हाई कोर्ट में अर्जी दायर कर एनकाउंटर का भय दिखाता है। ऐसे में उसका प्रोडक्शन वारंट जारी नहीं होता पाता। इसके चलते लंबे समय से उसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ही अलग-अलग अदालतों में पेश किया जाता है। लारेंस को पुलिस किस हद तक अपनी हिरासत में चाहती है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चंडीगढ़ पुलिस ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर उसका प्रोडक्शन वारंट मांगा है।

परीक्षा में नकल से गैंगस्टर तक का सफर

लारेंस बिश्नोई 2010 में राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा में नकल करते हुए पकड़ा गया था। हालांकि वह पहली मंजिल से कूदकर फरार हो गया था। यह लारेंस का पहला अपराध था। इसके बाद उसने घातक अपराध की दुनिया में कदम रखा और एक के बाद एक बड़ी वारदात को अंजाम देता चला गया। पंजाब के अबोहर जिले में समृद्ध किसान परिवार में जन्में लारेंस को नाम कमाने का जुनून सवार है, भले ही बुरे काम करके नाम बने। लारेंस खुद की राबिन हुड छवि बनाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। ऐसा अलग-अलग राज्यों की पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सामने आया है।

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