स्तन कैंसर व दिल का ट्यूमर एकसाथ निकाला, दुनिया में पहली बार हुई इस तरह की सर्जरी

दिल्ली के वसंत कुंज स्थित नामी फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने स्तन कैंसर व दिल में ट्यूमर की बीमारी से जूझ रही महिला मरीज की एक ही बार में दो सर्जरी करने में कामयाबी पाई है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 09:36 AM (IST) Updated:Fri, 26 Jul 2019 09:36 AM (IST)
स्तन कैंसर व दिल का ट्यूमर एकसाथ निकाला, दुनिया में पहली बार हुई इस तरह की सर्जरी
स्तन कैंसर व दिल का ट्यूमर एकसाथ निकाला, दुनिया में पहली बार हुई इस तरह की सर्जरी

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने स्तन कैंसर व दिल में ट्यूमर की बीमारी से जूझ रही महिला मरीज की एक ही बार में दो सर्जरी करने में कामयाबी हासिल की है। मरीज को बेहोश करने के बाद दो अलग-अलग डॉक्टरों की टीम ने साढ़े पांच घंटे की सर्जरी में दोनों अंगों से ट्यूमर निकाले। अस्पताल के डॉक्टरों का दावा है कि दुनिया में पहली बार इस तरह की सर्जरी की गई है। सर्जरी के बाद बिहार के गोपालगंज की रहने वालीं रेणु श्रीवास्तव (47) के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ। अब वह बिल्कुल स्वस्थ हैं।

अस्पताल के आंकोलॉजी विभाग के डॉ. मनदीप मलहोत्र ने बताया कि जब मरीज को अस्पताल लाया गया था तब वह स्तन कैंसर से पीड़ित थीं। उनके दाएं स्तन में कैंसर का ट्यूमर था, जो की तीसरे स्टेज में पहुंच चुका था। चेस्ट की सीटी स्कैन जांच में पता चला कि उनका फेफड़ा बिल्कुल ठीक था, लेकिन दिल के बाएं एट्रियम में ट्यूमर था। इसलिए बाद में 2डी इकोकार्डियोग्राफ, एंजियोग्राफी व एक अन्य जांच की गई, जिससे यह पता चला कि दिल में एट्रियल मायक्सोमा नामक बिनाइन ट्यूमर था। यह कैंसर नहीं था, लेकिन इसके कारण मरीज को ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा था। इसलिए दोनों ट्यूमर को सर्जरी कर निकालना जरूरी था।

एक साथ दो सर्जरी थी चुनौतीपूर्ण

डॉक्टर कहते हैं कि वैसे तो एक साथ दो सर्जरी चुनौतीपूर्ण थी। क्योंकि इससे मरीज को जोखिम था, लेकिन यदि ऐसा नहीं किया जाता और दोनों ट्यूमर निकालने के लिए दो बार सर्जरी करनी पड़ती। यह मरीज के लिए खतरनाक साबित हो सकता था। क्योंकि स्तन कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच गया था। इसलिए उसकी जल्द सर्जरी जरूरी थी। यदि पहले स्तन कैंसर की सर्जरी की जाती तो मरीज के दिल की सर्जरी के लिए स्वस्थ होने में समय लगता। कैंसर की सर्जरी के बाद मरीज को कीमों व रेडियोथेरेपी भी देनी होती है। ऐसी स्थिति में मरीज का दिल कमजोर हो जाता। इसलिए ऑपरेशन संभव नहीं हो पाता। यदि पहले ओपन हार्ट सर्जरी कर दिल से ट्यूमर निकाला जाता तो मरीज को स्तन कैंसर की सर्जरी के लिए काफी दिनों तक इंतजार करना पड़ता। ऐसे में कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों तक फैल सकता था। इसलिए दोनों सर्जरी एक साथ करने का फैसला किया गया।

पहले दिल से निकाला गया ट्यूमर

कार्डिक सर्जन डॉक्टरों की टीम ने ओपन हार्ट सर्जरी कर पहले मरीज के दिल से ट्यूमर निकाला। मरीज की हालत स्थिर होने के बाद सर्जिकल आंकोलॉजी के डॉक्टरों ने स्तन कैंसर का ट्यूमर निकाला।

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