Krishna Janmashtami 2019: रूसी केक के साथ कान्‍हा खाएंगे 1008 व्‍यंजन, ऐसे हो रही तैयारी

Krishna Janmashtami 2019 जन्माष्टमी को लेकर दिल्ली के विभिन्न बाजारों में खरीदारों की भीड़ दिख रही है। कान्‍हा के जन्म को धूमधाम से मनाने की तैयारी जोरों पर है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Aug 2019 11:57 AM (IST) Updated:Fri, 23 Aug 2019 12:13 PM (IST)
Krishna Janmashtami 2019: रूसी केक के साथ कान्‍हा खाएंगे 1008 व्‍यंजन, ऐसे हो रही तैयारी
Krishna Janmashtami 2019: रूसी केक के साथ कान्‍हा खाएंगे 1008 व्‍यंजन, ऐसे हो रही तैयारी

नई दिल्ली, जेएनएन। Krishna Janmashtami 2019: इस कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकियों के माध्यम से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश देने की तैयारी की गई है। इसका आयोजन बिड़ला मंदिर प्रशासन की ओर से किया जा रहा है, जिसमें भारत की विविधताओं की झलक देखने को मिलेगी। बृहस्पतिवार शाम को जन्माष्टमी को लेकर दिल्ली के विभिन्न बाजारों में खरीदारों की भीड़ रही। इसमें किनारी बाजार, सीताराम बाजार, करोलबाग, पहाड़गंज व पटेल नगर के बाजारों में लोगों ने पहुंचकर लड्डू गोपाल का जन्मदिवस धूमधाम से मनाने के लिए जमकर खरीदारी की।

धूमधाम से मनाने की है तैयारी
बिड़ला मंदिर के प्रशासक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व इस बार भी धूमधाम से मनाने की तैयारी है। इसके लिए शुक्रवार को मंदिर की ओर से झांकियां भी निकाली जाएंगी, जो पूरी तरह से ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ विषय पर आधारित रहेगी। झांकियों का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करेंगे। उन्होंने बताया कि झांकी में भारत का मानचित्र लगाने के साथ ही कलाकार विभिन्न देवी-देवताओं के रूप में अपनी प्रस्तुति देंगे। इसमें शिव का नृत्य भी आकर्षण का केंद्र होगा।

कान्हा के लिए बाजारों में लोगों को लुभा रहे कूलर व पंखे
कान्हा को गर्मी से बचाने के लिए इन दिनों बाजारों में लोगों को कूलर, पंखे व फ्रिज खूब लुभा रहे हैं, जिनका छोटा आकार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। सीताराम बाजार स्थित दुकानदार विनोद ने बताया कि कान्हा के लिए इस बार छोटे-छोटे पंखों के साथ कूलर व फ्रिज भी हैं। इन कूलरों में पानी भी भरा जाता है और ये चलते भी हैं। कूलर के दाम 200 से लेकर 300 रुपये हैं, वहीं फ्रिज की बात करें तो इन छोटे-छोटे फ्रीज में आप छोटी-छोटी पानी की बोतलें भी भरकर रख सकते हैं। इनके दाम भी 200 रुपये से लेकर 400 रुपये तक हैं। दुकानदार ने बताया कि जन्माष्टमी के मौके पर लोग इन्हें झाकियों में सजाने के लिए खरीद रहे हैं। यही कारण है कि इस बार कूलर के साथ ही फ्रीज की भी अच्छी खासी खरीदारी हो रही है।

पगड़ियों की है अधिक मांग
कान्हा को सजाने के लिए बाजारों में श्रृंगार के सामान में पगड़ियों की भी अच्छी खासी मांग है। किनारी बाजार में कई वर्ष से पोशाक का काम करने वाले दुकानदार मनीष शर्मा ने बताया कि श्रृंगार के सामान में इस बार पगड़ियां भी मांग में हैं। इसमें भी विभिन्न आकार की पगड़ियां लोगों को लुभा रही हैं। पगड़ी के दाम 250 रुपये से लेकर 2500 रुपये हैं। इसके साथ ही जरकन वाली पोशाक की भी मांग है। इसमें भी नियोन, रानी व गुलाबी रंग की पोशाक लोगों को खूब भाती है। बाल, नयन व अन्य सामान आदि भी बिक रहे हैं।

विदेशी फूलों से सजेंगे कान्‍हा के मंदिर
वहीं  दक्षिणी दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है। हर बार की तरह लोगों के बीच में मंदिर में मनाई जाने वाली जन्माष्टमी को लेकर उत्साह देखने लायक है। शनिवार को मंदिर परिसर को थाईलैंड, बेंगलुरु व महाराष्ट्र से आने वाले नौ तरह के फूलों से सजाने के साथ ही कई तरह की रंगबिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा।

तीन महीने की महेनत के बाद तैयार हुई कृष्‍ण राधा की पोशाक
मंदिर में कृष्ण व राधा की मूर्ति की पोशाक को भी वृंदावन के स्पेशल कारीगरों ने तीन महीने की मेहनत के बाद तैयार की है। शनिवार को जन्माष्टमी पर सुबह साढ़े चार बजे मंगल आरती से भगवान के दर्शन शुरू होकर रात्रि 1 बजे तक चलेंगे। रात 10 बजे से भगवान का महाभिषेक शुरू होगा।

1008 प्रकार के व्‍यंजनों से लगेगा भोग
12 बजे 1008 प्रकार के व्यंजन का भोग भगवान को लगाने के बाद भक्तों को प्रसाद दिया जाएगा। व्यंजनों के साथ रूसी भक्तों की ओर से तैयार विशेष केक का भी भोग लगाया जाएगा। मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी। दिल्ली पुलिस के 400 जवान और 350 प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहेंगे। 185 कैमरे निगरानी रखेंगे। दमकल विभाग की एक गाड़ी और दो एंबुलेंस व डॉक्टरों की एक टीम मंदिर में मौजूद रहेगी।

इन सामानों को ले जानेंपर रहेगा प्रतिबंध
दिल्ली पुलिस ने स्थानीय मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर जन्माष्टमी के दौरान लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) में उमड़ने वाली भक्तों की भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा व अन्य जरूरी तैयारियां पूरी कर ली है। मंदिर की सुरक्षा में कोई कमी न रह जाए, इसके लिए तय गेटों से ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इस दौरान बिड़ला मंदिर के अंदर कैमरा, मोबाइल व बैटरी से चलने वाले उपकरण और हैंड बैग इत्यादि ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। गीता भवन और वाटिका की ओर बने द्वार से लोग मुख्य मंदिर के अंदर जा सकेंगे। वहीं, काली बाड़ी मार्ग और वाटिका भवन की ओर से मंदिर से बाहर निकला जा सकेगा। प्रवेश गेट पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर स्थापित किया गया है। लोगों को इससे गुजरने से पूर्व अपने जूते-चप्पल उतारने होंगे। गेट के पास जूता-चप्पल रखने के लिए स्थान बनाया गया है। पुलिस के मुताबिक इस दौरान मंदिर मार्ग और पंचकुइयां रोड के बीच, काली बाड़ी मार्ग, उदयन मार्ग और पेशवा रोड पर यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। किसी भी तरह की सहायता के लिए मुख्य गेट पर एक सहायता बूथ भी बनाया गया है।

उदयपुर के झूलों की रहती है मांग
पुरानी दिल्ली स्थित किनारी बाजार के दुकानदार राजेश जैन ने कहा कि जन्माष्टमी पर पर उदयपुर के झूलों की अधिक मांग रहती है। इसमें भी झूलों के कई आकार हैं। उन्होंने बताया कि कान्हा के झूलों को विशेष तौर पर उदयपुर से मंगाया जाता है। वहां से यह केवल लकड़ी के रूप में बनकर आते हैं। इसके बाद यहां लाकर इन पर जरकन आदि का काम किया जाता है। इसमें भी कई लोग अपने अनुसार झूलों को बनवाते हैं।

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