देशभर में नेटवर्क बनाना चाहता है आतंकी संगठन ISJK, मुस्लिम युवाओं का करते हैं ब्रेनवाश

ISJK देशभर के मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें आतंकी बनने के लिए प्रेरित कर रहा है, बल्कि हवाला के जरिये फंड एकत्र कर हथियार व विस्फोटक पदार्थ भी जुटाने में लगा हुआ है।

By Edited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 09:28 PM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 09:20 AM (IST)
देशभर में नेटवर्क बनाना चाहता है आतंकी संगठन ISJK, मुस्लिम युवाओं का करते हैं ब्रेनवाश
देशभर में नेटवर्क बनाना चाहता है आतंकी संगठन ISJK, मुस्लिम युवाओं का करते हैं ब्रेनवाश

नई दिल्ली [जेएनएन]। जम्मू-कश्मीर में पिछले कई वर्षों से अशांति फैलाने के काम में जुटे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर (आइएसजेके) देशभर में अपना नेटवर्क बनाना चाहता है। यह संगठन न केवल देशभर के मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें आतंकी बनने के लिए प्रेरित कर रहा है, बल्कि हवाला के जरिये फंड एकत्र कर हथियार व विस्फोटक पदार्थ भी जुटाने में लगा हुआ है। इस संगठन के छह आतंकी अब तक जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों के हाथों मारे जा चुके हैं।

आइएसजेके के पहले दर्जे के आतंकी
स्पेशल सेल के अनुसार, आतंकी परवेज राशिद लोन के बैंक खाते में आइएसजेके के मुखिया आमीर आसिफ उर्फ ओमर आइबीएन नजीर ने दो बार हवाला के जरिये पैसे भेजे थे। स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार परवेज राशिद व जमशेद जहूर पॉल आइएसजेके के पहले दर्जे के आतंकी हैं। दोनों आठ महीने से जम्मू-कश्मीर में बैठे अपने संगठन के मुखिया आमीर आसिफ व आदिल ठोकर के सीधे संपर्क में थे। उनसे लगातार इनकी बात होती थी।

आइएस की विचारधारा से प्रभावित
स्पेशल सेल को इंटरसेप्शन से दोनों के दिल्ली में होने का सुराग मिला। दोनों आतंकी संगठन आइएस की विचारधारा से प्रभावित होकर आइएसजेके में शामिल हुए थे। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक, गत जून में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हैदराबाद से अब्दुल्लाह बासित को गिरफ्तार किया था। जांच में यह बात सामने आई थी कि आइएसजेके के मुखिया के निर्देश पर जमशेद ने दिल्ली में उसके ठहरने और दिल्ली से जम्मू-कश्मीर जाने में मदद की थी।

पहले दाऊद था मुखिया 
पूछताछ में दोनों ने बताया कि पहले दाऊद नाम का शख्स आइएसजेके का मुखिया था जो जून में सुरक्षाबलों के हाथों मुठभेड़ में मारा गया। इसके बाद आमीर आसिफ उर्फ ओमर आइबीएन नजीर व आदिल ठोकर संगठन के मुखिया बन गए।

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