Coronavirus News Update: ये 5 आदतें नहीं बदली तो कोरोना का संक्रमण रोकना मुश्किल

Coronavirus News Update घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने के नियम का भी सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। सड़कों पर पान व तंबाकू खाकर थूकने की आदत भी नहीं गई है।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 07:39 AM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 07:39 AM (IST)
Coronavirus News Update: ये 5 आदतें नहीं बदली तो कोरोना का संक्रमण रोकना मुश्किल
Coronavirus News Update: ये 5 आदतें नहीं बदली तो कोरोना का संक्रमण रोकना मुश्किल

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। Coronavirus News Update: दिल्ली में कोरोना संक्रमण के नए मामलों ने एक बार फिर से पहले की तरह तेजी पकड़ ली है। इस वजह से हालात दोबारा जून जैसे बन चुके हैं, हालांकि डॉक्टर इसका बड़ा कारण अधिक संख्या में जांच होना बता रहे हैं। साथ ही उनका यह भी कहना है कि लोग कोरोना से सबक लेकर उसके अनुरूप जीने की आदत नहीं डाल पा रहे हैं। साथ ही घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने के नियम का भी सख्ती से पालन नहीं हो रहा है। सड़कों पर पान व तंबाकू खाकर थूकने की आदत भी नहीं गई है। यदि यह आदत नहीं बदली व बचाव के नियमों का ठीक से पालन नहीं हुआ तो कोरोना का संक्रमण रोकना मुश्किल होगा।

सिर्फ सतर्क रहने की जरूरत है

एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि जून में संक्रमण दर 30 से 35 फीसद तक थी। यदि उस वक्त 40,000-50,0000 सैंपल की जांच होती तो प्रतिदिन 12,000-13,000 हजार मामले आए होते। पहले सीरो सर्वे में एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी पाई गई थी। वहीं दूसरे सीरो सर्वे में यह आंकड़ा बढ़कर 29.1 फीसद पर पहुंच गया। इसका मतलब यह हुआ कि उन लोगों को संक्रमण हुआ, लेकिन उनकी कोरोना जांच नहीं हो पाने से संक्रमण का पता नहीं चला। उन्हें संक्रमण इतना हल्का हुआ कि अस्पताल जाने की जरूरत भी नहीं पड़ी, इसलिए घबराने वाली बात बिल्कुल नहीं है। जांच अधिक होने के कारण मामले बढ़े हैं।

सफदरजंग अस्पताल के प्रीवेंटिव व कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. जुगल किशोर ने का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान लोग ज्यादा सतर्क थे। घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे। अब बाजार में निकलने पर सतर्कता भी नहीं दिखाते हैं। कोरोना ने एक मौका दिया था कि जो लोग तंबाकू, पान मसाला, गुटखा जैसी चीजें खाते हैं वे अपनी आदत छोड़ दें। सरकार ने सार्वजिनक स्थानों व सड़कों पर थूकने पर जुर्माने का प्रावधान भी किया, लेकिन इसका असर नहीं दिखता।

ये गलतियां कर रहे हैं लोग अब भी लोग पान और तंबाकू खाकर सड़कों पर थूकने से बाज नहीं आ रहे हैं। शारीरिक दूरी के नियम का पालन तो बिल्कुल नहीं होता। मास्क भी ज्यादातर लोग नाक के नीचे लटकाकर रखते हैं। बातचीत के दौरान भी दूरी को ध्यान में नहीं रखते। भीड़भाड़ में खास सावधानी बरतनी चाहिए, लेकिन लोग ध्यान नहीं दे रहे।

यह भी एक कारण है कि मामले बढ़े हैं। बताया जा रहा है कि बाहरी राज्यों से भी लोग दिल्ली में इलाज के लिए आ रहे हैं। मामले बढ़ने का यह भी एक प्रमुख कारण है, लेकिन असल कारण बड़ी संख्या में जांच होना है। ऐसे में घबराने की बात नहीं है। मृत्यु दर नहीं बढ़ रही है।

डरें नहीं, सतर्क रहें

यदि लोगों में बीमारी के कारण डर या घबराहट होगी तो मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ेगा। ऐसे में संक्रमण होने पर बीमारी अधिक घातक हो सकती है। क्योंकि मानसिक तनाव बढ़ने से ब्लड प्रेशर बढ़ने सहित कई अन्य तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए डरना नहीं है। सतर्क रहकर और बचाव के नियमों का पालन करते हुए अपना कामकाज करना है। ताकि आर्थिक गतिविधियां प्रभावित न होने पाएं। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने कहा कि अब ज्यादातर चीजें खुल गई हैं, इसलिए मामले थोड़े तो बढ़ने ही थे, लेकिन जांच अधिक होने के कारण मामले दोबारा ज्यादा बढ़ गए। फिर भी डरने की बात नहीं है।  

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी