सीएए के विरोध में युवाओं से हिंसा भड़काने की जुगत में थे पति-पत्नी, बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सामी इस्लामिक स्टेट के खोरासान के मारे गए पाकिस्तानी कमांडर हुजैफा अल-बकिस्तानी के संपर्क में था।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 08 Mar 2020 10:47 PM (IST) Updated:Mon, 09 Mar 2020 08:28 AM (IST)
सीएए के विरोध में युवाओं से हिंसा भड़काने की जुगत में थे पति-पत्नी, बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा
सीएए के विरोध में युवाओं से हिंसा भड़काने की जुगत में थे पति-पत्नी, बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आइएस से जुड़े दो कथित आतंकियों को ओखला विहार इलाके से रविवार को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान जहनजैब सामी और उसकी पत्नी हीना बशीर बेग के रूप में हुई है। दोनों मूलरूप से श्रीनगर के शिव पोरा इलाके के रहने वाले हैं। इनका इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविस (आइएसकेपी) से संबंध है। वे अगस्त से दिल्ली में थे। 

एमबीए और बीटेक की कर रखी है पढ़ाई

दंपती ने एमबीए व बीटेक की पढ़ाई कर रखी है। बताया जा रहा है कि कथित आतंकी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में मुस्लिम युवाओं को भड़काकर आतंकी वारदात को अंजाम देने की जुगत में थे। उनके पास से लैपटाप, हार्ड डिस्क व मोबाइल फोन बरामद हुआ है। उनमें संवेदनशील व भड़काऊ सामग्री मिली है। फिलहाल पुलिस अधिकारी आतंकियों से पूछताछ कर रहे हैं। पूछताछ के बाद इनसे जुड़े एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।

मुस्‍लिम युवाओं को हिंसा के लिए भड़काने का आरोप

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि जहनजैब सामी और उसकी पत्नी हीना बशीर बेग सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में मुस्लिम युवाओं को हिंसा करने के लिए भड़का रहे थे। लिहाजा सुरक्षा एजेंसियों की नजर इन दोनों पर कई दिनों से थी। इनका संपर्क प्रतिबंधित आतंकी संगठन आइएस के खुरासान मॉड्यूल से था। दोनों को ओखला विहार में किराये के मकान से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि जहनजैब सामी दिल्ली में एक निजी कंपनी में काम कर रहा था।

पाकिस्‍तान से संपर्क

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकी सामी इस्लामिक स्टेट के खोरासान विंग के मारे गए पाकिस्तानी कमांडर हुजैफा अल-बकिस्तानी के संपर्क में था। उसने कश्मीरी युवाओं को आतंकी समूह में शामिल करने के लिए कट्टरपंथी बनाने के प्रयासों में काफी अहम भूमिका निभाई थी। वह आइएस के लिए युवाओं को ऑनलाइन बहाली करता था। हालांकि हुजैफा बाद में अल-बकिस्तानी अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में मारा गया था।

इंडियन मुस्लिम यूनाइट नाम से सोशल मीडिया चला रहे थे आतंकी

आतंकी इंडियन मुस्लिम यूनाइट नाम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म चला रहे थे। इसका उद्देश्य सीएए और एनआरसी के विरोध में होने वाले प्रदर्शन के दौरान ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम लोगों को जोडऩे का था। यही नहीं वे धर्म विशेष के युवाओं को आतंकी वारदातों के लिए भी उकसा रहे थे। दंपती से पूछताछ के बाद इनसे जुड़े संपर्कों के लिए पुलिस कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। वहीं, स्पेशल सेल उनसे बरामद सामानों की फॉरेंसिक जांच करवा रही है।

दिल्‍ली कनेक्‍शन की हो रही तलाश

यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किसने दिल्ली में किराये का मकान किसने दिलवाया था, उनकी नौकरी दिल्ली में किसने लगवाई थी, दोनों को कौन रुपये और सामान मुहैया करवा रहा था तथा वे और किन-किन लोगों के सम्पर्क मे थे?

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