हरियाणा के भाजपा नेताओं के बूते राजस्थान का चुनावी रण जीतने की तैयारी, जानें कैसे
भाजपा ने फिलहाल केंद्रीय योजना व रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह को अलवर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है।
रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। चुनावी हार-जीत का पता तो परिणाम के बाद ही चलेगा, लेकिन राजस्थान में व्यूह रचना तैयार करने में न भाजपा कमी छोड़ रही है न कांग्रेस। चुनावी गणित पक्ष में करने के लिए अब भाजपा ने हरियाणा के उन दिग्गज नेताओं को राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर अहम जिम्मेदारी सौंपी है जिनका पड़ोस में असर है। जिम्मेदारी सौंपते समय जातीय समीकरण व संगठन क्षमता को भी ध्यान में रखा गया है।
भाजपा ने फिलहाल केंद्रीय योजना व रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह को अलवर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है, जबकि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को अजमेर व जयपुर देहात का जिम्मा सौंपा है। राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का अतीत में भी अलवर में अच्छा-खासा प्रभाव रहा है। वर्ष 1971 में उनकी बुआ सुमित्रा बाई विशाल हरियाणा पार्टी से अलवर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ी थी। सुमित्रा बाई हार गईं थी, लेकिन दमदार प्रदर्शन करते हुए हरियाणा से बाहर जाकर 75 हजार वोट हासिल किए थे। जब अलवर के सांसद महंत चांदनाथ बीमार थे तब राव इंद्रजीत सिंह को विशेष रूप से अलवर भेजा गया था, लेकिन उपचुनाव में भाजपा ने राव को अलवर नहीं भेजा।
जयपुर देहात व अजमेर में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का अच्छा-खासा प्रभाव है। दोनों ही स्थानों पर गुर्जरों की संख्या उल्लेखनीय है। कृष्णपाल गुर्जर की संगठन क्षमता व जातीय गणित को मिजाज देखकर ही उन्हें ये दो जिले सौंपे गए हैं।
बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी सौंपी
चुनाव प्रचार के अलावा भाजपा ने हरियाणा के प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी को सीकर, प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार यादव को चुरु व पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन ऋषि प्रकाश शर्मा को झुंझुनू जिले में बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी सौंपी है। तीनों ही नेताओं ने अपने साथ पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों व नेताओं को अलग-अलग विधानसभा में शामिल कर लिया है।
वीर कुमार यादव (प्रदेश प्रवक्ता, हरियाणा) का कहना है कि हरियाणा भाजपा ने फिलहाल राजस्थान के पांच स्थानों पर ड्यूटी लगाई है। अलवर, अजमेर व जयपुर देहात लोकसभा सीटों पर जहां चुनाव प्रचार का जिम्मा दिया गया है वहीं झुंझुनु, सीकर व चूरू में बूथ मैनेजमेंट की जिम्मेदारी हरियाणा के नेताओं को सौंपी है। पार्टी का लक्ष्य लगातार दूसरी पारी के लिए जनादेश हासिल करना है।