'स्मार्ट सिटी तो रावण की लंका भी थी, हमें तो श्रीराम की अयोध्या चाहिए'

राज्यपाल ने कहा कि सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और भौतिक सुविधाओं वाले जीवन से परिपूण शहर स्मार्ट नहीं हो सकते।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 30 Apr 2018 01:58 PM (IST) Updated:Mon, 30 Apr 2018 02:51 PM (IST)
'स्मार्ट सिटी तो रावण की लंका भी थी, हमें तो श्रीराम की अयोध्या चाहिए'
'स्मार्ट सिटी तो रावण की लंका भी थी, हमें तो श्रीराम की अयोध्या चाहिए'

गुरुग्राम (जेएनएन)। 'हमें लंका जैसी नहीं, अयोध्या जैसी स्मार्ट सिटी चाहिए। जिसमें केवल विकसित इंफ्रास्ट्रक्चर ही नहीं बल्कि आध्यात्मिकता की परंपरा और जीवन मूल्यों से संपूर्ण शहर चाहिए। श्री राधा रमण मंदिर जैसे मंदिर गुरुग्राम को आध्यात्मिक और जीवन मूल्यों से परिपूर्ण बनाएंगे।' हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने ये बातें गुरुग्राम के सेक्टर-43 में वृंदावन चंद्रोदय ट्रस्ट की ओर से बनाए जा रहे श्री राधा रमण मंदिर के भूमि पूजन समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।

उन्होंने कहा कि मैं आज मंदिर के भूमि पूजन में हिस्सा लेकर खुद को पवित्र महसूस कर रहा हूं। मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि मैं उस वक्त हरियाणा का राज्यपाल हूं जिस समय एक ऐतिहासिक मंदिर की शुरुआत हो रही है और मुझे इसके भूमि पूजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जिसे भारत देश को जानना है वह हरे कृष्ण आंदोलन की परंपरा को जाने। हरे कृष्ण के माध्यम से हम प्राचीन और आधुनिक भारत दोनों ही देखने को मिलते हैं।

देश की सरकार ने हरियाणा के दो शहरों फरीदाबाद और करनाल को चुना है। हरियाणा सरकार ने अपने पैसों से गुरुग्राम को स्मार्ट बनाने की ठानी है। गुरुग्राम गुरु द्रोणाचार्य की कर्मस्थली है। सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और भौतिक सुविधाओं वाले जीवन से परिपूण शहर स्मार्ट नहीं हो सकते। स्मार्ट होने से पहले शहर के लोगों में जीवन मूल्यों का होना जरूरी है। सुविधा पूर्ण और संपन्न तो लंका भी थी। हमें लंका जैसी नहीं अयोध्या जैसी स्मार्ट सिटी की चाहिए। राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने हवन पूजन में हिस्सा लिया।

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