अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे आईडी स्वामी का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री आईडी स्वामी अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने दिल्ली से सटे फरीदाबाद में अंतिम सांस ली।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 05:12 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 05:12 PM (IST)
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे आईडी स्वामी का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे आईडी स्वामी का निधन, 89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

फरीदाबाद, जागरण संवाददाता। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री आइडी (ईश्वर दयाल) स्वामी का रविवार को निधन हो गया। 90 वर्षीय आइडी स्वामी को शनिवार शाम फरीदाबाद के मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वामी हृदय रोग के साथ-साथ किडनी रोग से पीड़ित थे और पिछले लंबे समय से इन रोगों से लड़ रहे थे। मेट्रो अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ.एसएस बंसल के अनुसार, रविवार दोपहर बाद तीन बजे उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। इससे पहले 9 दिसंबर को उनकी पत्नी पद्मा स्वामी का निधन हुआ था। राजनीतिक दलों, समाजसेवी संस्थाओं व शैक्षणिक संस्थाओं ने उनके निधन पर शोक जाहिर किया।

स्वामी करनाल संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद चुने गए। वे 1996 और 1999 में बने। 1999 में वाजपेयी सरकार में उन्हें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया था। पिछले दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आइडी स्वामी से उनके निवास पर कुशल क्षेम पूछने और धर्मपत्नी के निधन पर शोक व्यक्त करने गए थे। स्वामी के बड़े बेटे सूर्य स्वामी का पहले निधन हो चुका है। उनके परिवार में पुत्र राजेंद्र स्वामी, तीन पुत्रियां सागिरा स्वामी, शगुफ्ता शर्मा और सोफिया शारदा हैं। उनके एक दामाद रणबीर शर्मा भारतीय पुलिस सेवा में रह कर महानिरीक्षक पद से सेवानिवृत्त हुए। फरीदाबाद में ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात रहे रणबीर शर्मा ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह 11 बजे करनाल के अजरुन गेट स्थित शिवपुरी में दोपहर 11 बजे किया जाएगा।

भजन लाल की पीएचडी तोड़ने के लिए किए जाएंगे याद

स्वामी को राजनीति के पीएचडी माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को मात देने के लिए याद किया जाएगा। भजन लाल ने 1998 में कांग्रेस के टिकट पर करनाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, उनके सामने भाजपा के आईडी स्वामी थे। स्वामी प्रशासनिक सेवा से रिटायर होकर आए थे। चुनाव में स्वामी को हार का सामना करना पड़ा था। 1999 में फिर लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरे। इस बार भी भजन लाल और स्वामी आमने-सामने आ गए। जीवन में कभी भी चुनाव नहीं हारे भजन लाल अपनी जीत को लेकर शुरू से आश्वस्त थे। चुनाव नतीजे आने के साथ ही भजन लाल की राजनीतिक पीएचडी टूट चुकी थी और जनता ने स्वामी को जीत दिला दी। स्वामी की जीत के बड़े मायने थे। इसकी चर्चा पूरे देश में हुई। इस बड़ी जीत के लिए उन्हें अटल सरकार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बनाया गया।

सीएम ने जताया शोक

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आइडी स्वामी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि आइडी स्वामी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने दो बार सांसद व देश के गृह राज्य मंत्री के तौर पर जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया। उनके निधन से जो स्थान रिक्त हुआ है उसकी पूर्ति नहीं की जा सकती। सीएम ने 16 दिसंबर के अपने प्रस्तावित करनाल दौरे को भी स्थगित कर दिया है।

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