आपदा प्रबंधन के लिए विद्यार्थियों को झुको, ढको व पकड़ो नियम का कराया अभ्यास

मुख्य प्रशिक्षक संजय प्रकाश ने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी आपदा से समय सबसे पहले अपनी व दूसरों के जीवन की रक्षा सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने विभिन्न गतिविधियां भी कराई। उन्होंने भूकंप से बचाव के लिए ‘झुको ढको व पकड़ो’ गतिविधि का अभ्यास कराया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 06:05 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 06:05 PM (IST)
आपदा प्रबंधन के लिए विद्यार्थियों को झुको, ढको व पकड़ो नियम का कराया अभ्यास
छात्रों को अग्निशामक यंत्र उपयोग करना भी सिखाया गया।

नई दिल्ली [रितु राणा]। कड़कड़डूमा स्थित मंडलीय शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान में द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आपदा प्रबंधन पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान विद्यार्थियों को आतंकवादी हमला, भूकंप व आग लगना आदि आपदा से बचाव के तरीके बताकर प्रशिक्षित किया गया। साथ ही अग्निशामक यंत्र उपयोग करना भी सिखाया गया।

आपदा के वक्त सबसे पहले अपनी एवं दूसरे के जीवन की रक्षा करें सुनिश्चित

इस अवसर पर मुख्य प्रशिक्षक संजय प्रकाश ने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी आपदा से समय सबसे पहले अपनी व दूसरों के जीवन की रक्षा सुनिश्चित करें। इसके लिए उन्होंने विभिन्न गतिविधियां भी कराई। उन्होंने भूकंप से बचाव के लिए ‘झुको, ढको व पकड़ो’ गतिविधि का अभ्यास कराते हुए बताया कि भूकंप के दौरान धैर्य नहीं खोएं और सूझ-बूझ से काम लें।

भूंकप के झटके महसूस होते ही खुले में लेट जाएं

भूकंप के झटके महसूस होते ही खुले स्थान में लेट जाना चाहिए। अगर घर से नहीं निकल सके तो झुक कर किसी सख्त चीज जैसे टेबल, चौकी को पकड़ लें। साथ ही उस जगह से दूर रहें जहां खिड़की, शीशे, कांच गिरकर टूट सकता हो या जहां किताबों के भारी शेल्फ अथवा भारी फर्नीचर नीचे गिर सकता हो।

सिलेंडर में आग लगने पर करें ये उपाय

इसके साथ ही प्रशिक्षक निशा ने आग लगने या किसी आतंकवादी हमले आदि स्थिति में बचाव प्रबंधन पर जानकारी देकर विद्यार्थियों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि बंद कमरे में आग लग जाए, तो उस समय कमरे की खिड़की खोल देनी चाहिए। ऐसा करने से आग का कार्बन मोनो आक्साइड से संपर्क समाप्त हो जाएगा। एलपीजी गैस में आग लगे तो, सिलेंडर को गीले कपड़े से ढकें, विपरीत दिशा में खड़े होकर खाली बाल्टी से जलते एलपीजी को जोर से ढक दें, इससे आग बुझ जाती है। इस मौके पर सुनील नागर, प्रवीण कुमार, प्रदीप, मनीषा, जेके गिरी व नसरुद्दीन आदि ने सहयोग किया।

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