टीवी प्रोग्राम देखकर रची थी लिव इन पार्टनर प्रेमी की हत्या की साजिश, एक महीने बाद खुला राज

स्वरूप नगर इलाके में बुजुर्ग लिव इन पार्टनर के शव को टुकड़े -टुकड़े करने की योजना सुनीता ने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई थी। इसके लिए उसने पहले बुजुर्ग को नींद की गोली खिलाकर बेसुध कर दिया था और फिर गला दबाकर हत्या कर दी थी। मामले में गिरफ्तार महिला ने पुलिस को पूछताछ में यह जानकारी दी है।

By Edited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 10:11 PM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 09:33 AM (IST)
टीवी प्रोग्राम देखकर रची थी लिव इन पार्टनर प्रेमी की हत्या की साजिश, एक महीने बाद खुला राज
टीवी प्रोग्राम देखकर रची थी लिव इन पार्टनर प्रेमी की हत्या की साजिश, एक महीने बाद खुला राज

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में बुजुर्ग लिव इन पार्टनर के शव को टुकड़े-टुकड़े करने की योजना सुनीता ने टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल देखकर बनाई थी। इसके लिए उसने पहले बुजुर्ग को नींद की गोली खिलाकर बेसुध कर दिया और फिर गला दबाकर हत्या कर थी। मामले में गिरफ्तार महिला ने पुलिस को पूछताछ में यह जानकारी दी है।

पुलिस के अनुसार सुनीता ने बताया कि बुजुर्ग उससे रोज झगड़ा करता था, जिससे वह तंग आ गई थी। वह लिव इन पार्टनर राजेश (60) से छुटकारा पाना चाहती थी। ऐसे में उसने 14 फरवरी की रात को राजेश की हत्या कर दी और रात भर शव के टुकड़े करती रही। बुजुर्ग के सिर को पॉलिथिन में लपेट कर भलस्वा डेरी इलाके के एक नाले में जाकर फेंक दिया था और फिर धड़ व हाथ पैर को कमरे में जमीन में गाड़ दिया। उसने अकेले ही सारी वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस को वारदात के अगले दिन ही भलस्वा डेरी इलाके से सिर मिल गया था, लेकिन उस समय उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी थी। जब 20 मार्च को स्वरूप नगर इलाके के अमृत विहार स्थित किराए के कमरे में जमीन की खुदाई कर बुजुर्ग का धड़, हाथ पैर आदि बरामद किए गए तो यह मामला खुल सका। मकान मालिक ने कमरे में मिट्टी की खोदाई देखी तो उन्हें शक हुआ और उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी थी। कमरे से राजेश के धड़ आदि मिलने पर पुलिस ने सुनीता को गिरफ्तार कर लिया था।

आठ साल बेटा हुआ बेघर
सुनीता और राजेश को आठ साल का बेटा भी है। सुनीता हत्या के आरोप में जेल चली गई है। वहीं परिवार में अब कोई नहीं बचा है। सुनीता को अपने गांव का भी नाम भी नहीं मालूम है। जिससे उसके परिजनों को बच्चे की जिम्मेदारी सौंपी जाए। ऐसे में बच्चे को चिल्ड्रेन होम में रखा गया है।

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