जब हिंसक होते आंदोलन के आगे दीवार बनीं दो महिला पुलिसकर्मी, किसान नेता टिकैत को भी झुकना पड़ा

किसानों ने वादा किया था कि वह गणतंत्र दिवस पर उसी रूट पर परेड निकालेंगे जो पुलिस और किसानों ने मिलकर तय किए हैं लेकिन वादे को तोड़ते हुए किसान तय रूट आनंद विहार से अप्सरा बार्डर जाने के बजाय ट्रैक्टर लेकर अश्ररधाम की ओर से जाने लगे थे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 07:06 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 07:15 PM (IST)
जब हिंसक होते आंदोलन के आगे दीवार बनीं दो महिला पुलिसकर्मी, किसान नेता टिकैत को भी झुकना पड़ा
दोनों महिला पुलिसकर्मी ट्रैक्टर के बोनट पर लटकी रहीं, किसान नहीं तोड़ सके बैरिकेड

नई दिल्ली, शुजाउद्दीन। जय जवान-जय किसान के नारे अक्सर सुने हैं। लेकिन, कई मौके ऐसे होते हैं जब किसान और जवान आमने सामने होते हैं। किसानों ने वादा किया था कि वह गणतंत्र दिवस पर उसी रूट पर परेड निकालेंगे, जो पुलिस और किसानों ने मिलकर तय किए हैं, लेकिन वादे को तोड़ते हुए किसान तय रूट आनंद विहार से अप्सरा बार्डर जाने के बजाय ट्रैक्टर लेकर अश्ररधाम की ओर से जाने लगे, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आनंद विहार गोलचक्कर पर दो अलग-अलग जगह बैरिकेड लगाए हुए थे।

 

किसानों ने ट्रैक्टर से पहले एक बैरिकेड को तोड़ा, किसानों का हुजूम देखकर पुरुष पुलिसकर्मी एक बार को पीछे हट गए। दूसरी जगह का बैरिकेड तोड़ पाते तभी इंस्पेक्टर पुष्पलता और सुमन कुश्वाह भीड़ को साइड करते हुए आगे आईं और एक ट्रैक्टर के बोनट पर लटक गईं। ट्रैक्टर पर चढ़े किसान दोनों पुलिसकर्मियों से कह रहे थे "ए छोरियों साइड हो लो, कदी टायर के नीचे आ जाओ''''।

जब वह नहीं मानी तो चालक ने ट्रैक्टर दौड़ा दिया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। मजबूर होकर चालक को ट्रैक्टर रोकना पड़ा, ट्रैक्टर पर चढ़े लोगों ने कहा वह किसान हैं वह बैरिकेड तोड़कर संसद जाएंगे। दोनाें पुलिसकर्मियों ने कहा कि वह भी किसान की बेटियां हैं, एक इंच पीछे नहीं हटेंगी। कई किसानों ने दोनों महिलाओं का हाथ पकड़कर बोनट से खींचा भी, लेकिन पुलिसकर्मी डटी रहीं। महिला पुलिसकर्मियों को यह जज्बा देखकर पुरुष पुलिसकर्मियों का भी खून खोला और वह भी दोनों महिलाओं का साथ देने पहुंचे। महिलाओं ने अपने हाेते हुए बैरिकेड नहीं तोड़ने दिए। पुलिसकर्मियों की बहादुरी देखकर कई लोग उनके कायल हो गए।

राकेश टिकैत को भी महिला पुलिसकर्मियों के आगे झुकना पड़ा

किसानों के बड़े नेता राकेश टिकैत दोनों महिला पुलिसकर्मियों से अपील कर रहे थे कि वह ट्रैक्टर के आगे से हट जाएं, उन्हें चोट लग सकती है। लेकिन पुलिसकर्मियों ने उनसे दो टूक कहा कि जान क्यों न चली जाए वह अपनी ड्यूटी निभाएंगी। किसानों को उसी रुट से परेड निकालनी होगी जो पुलिस और किसानों ने मिलकर तय की है। पुलिसकर्मियों के तेवर देखते हुए टिकैत को झुकना पड़ा और उन्होंने ट्रैक्टर चालक से कहा कि वह टैक्ट्रर को बंद कर दे। इसके बाद टिकैत वहां से नौ दो ग्यारह हो गए।

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