जानें, किसने कहा- सरकार विश्वास के खिलाफ बोलने के लिए डाल रही है दबाव

देवबंदी ने कहा कि दिल्ली सरकार की इफ्तार पार्टी में हम चाहते थे कि कुमार विश्वास आएं, लेकिन अकादमी के सचिव ने बताया कि मनीष सिसोदिया ने मना किया है।

By Amit MishraEdited By: Publish:Thu, 02 Nov 2017 08:40 PM (IST) Updated:Fri, 03 Nov 2017 07:19 AM (IST)
जानें, किसने कहा- सरकार विश्वास के खिलाफ बोलने के लिए डाल रही है दबाव
जानें, किसने कहा- सरकार विश्वास के खिलाफ बोलने के लिए डाल रही है दबाव

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. माजिद देवबंदी ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के खिलाफ बोलने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से उनपर दबाव डाला जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर पिछले कुछ महीने से अकादमी की मैगजीन व निमंत्रण पत्रों में उनका नाम नहीं दिया जा रहा है।

माजिद देवबंदी ने कहा कि अकादमी द्वारा आयोजित जश्न-ए-आजादी पर मुशायरा व रमजान के दौरान इफ्तार पार्टी के आयोजन में फर्जी बिल के खिलाफ उन्होंने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से शिकायत की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

मनीष सिसोदिया ने मना किया है

देवबंदी ने कहा कि दिल्ली सरकार की इफ्तार पार्टी में हम चाहते थे कि कुमार विश्वास आएं, लेकिन अकादमी के सचिव ने बताया कि मनीष सिसोदिया ने मना किया है। इस बारे में जब मीडिया ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सवाल किया, तो वह सवाल टाल गए।

कुमार विश्वास ने उठाए सवाल 

दैनिक जागरण से बातचीत में उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष ने कहा कि पहले उर्दू अकादमी के हर कार्यक्रम में कुमार विश्वास को बुलाया जाता था। नगर निगम चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद जब कुमार विश्वास ने सवाल उठाए, तो उसके बाद से उन्हें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया।

सरकार की तरफ दबाव बनाया जा रहा है

देवबंदी ने बताया कि रोजा इफ्तार पार्टी के अलावा अकादमी ने अगस्त में जश्न-ए-आजादी का कार्यक्रम किया था, जिसमें देशभर से कवि-शायर बुलाए गए थे। इसमें भी कुमार विश्वास को निमत्रण पत्र नहीं भेजने दिया गया। यहां तक कि कुमार विश्वास के खिलाफ बोलने के लिए सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाया जा रहा है।

कुमार विश्वास का समर्थक

उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं की सियासी जंग में एक स्वायत्त अकादमी के उपाध्यक्ष के बोलने की क्या जरूरत है, लेकिन कोशिशों में नाकाम होने के बाद अब दिल्ली सरकार उन्हें कुमार विश्वास का समर्थक बताने पर तुली है।

उपराज्यपाल अनिल बैजल से करेंगे मुलाकात 

अकादमी के सचिव द्वारा वित्तीय अनियमितता की शिकायतें उन्होंने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से कीं, तो वे मिलने तक का समय नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकादमी के सचिव निजी कार्यो के लिए नियमित तौर पर अकादमी के कर्मचारी का इस्तेमाल कर रहे है। कार्यक्रमों पर होने वाले वास्तविक खर्च से ज्यादा बिल पास करवाते हैं। उक्त मामले को लेकर वह जल्द ही उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलेंगे। 

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