Delhi Zoo: हाईकोर्ट ने कहा- अफ्रीकी नर हाथी को नहीं भेजा जाएगा वापस, बताई ये वजह

यूथ फार एनिमल्स (वाइएफए) की संस्थापक 16 वर्षीय निकिता धवन ने याचिका दायर कर कहा है कि शंकर चिड़ियाघर में क्रूरता का शिकार हो रहा है और उसकी वर्तमान स्थिति अवैध कारावास से कम नहीं है। शंकर का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 07 Jul 2022 01:09 PM (IST) Updated:Thu, 07 Jul 2022 01:21 PM (IST)
Delhi Zoo: हाईकोर्ट ने कहा- अफ्रीकी नर हाथी को नहीं भेजा जाएगा वापस, बताई ये वजह
दिल्ली हाई कोर्ट ने चिड़ियाघर में रखे गए हाथी के संबंध में रिपोर्ट पेश करने का दिया निर्देश।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि 1998 में जिंबाब्वे सरकार की ओर से भारत को उपहार में दिए गए एक अफ्रीकी नर हाथी को वापस नहीं भेजा जाएगा, बल्कि इसकी उचित देखभाल की जाएगी। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने इसके साथ ही केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) को एक मादा अफ्रीकी हाथी को आयात करने करने की संभावना तलाश को कहा।

सीजेडए और भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआइ) को दिल्ली चिड़ियाघर में रखे गए हाथी के संबंध में संयुक्त रूप से संचालन और निरीक्षण करने का निर्देश देते हुए विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा। साथ ही हाथी को किसी राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित करने की संभावना के बारे भी पूछा है। मामले में अगली सुनवाई 31 अगस्त को होगी। अफ्रीकी हाथी शंकर की रिहाई और पुनर्वास की मांग करने वाली एक याचिका पर अदालत सुनवाई कर रही थी।

यूथ फार एनिमल्स (वाइएफए) की संस्थापक 16 वर्षीय निकिता धवन ने याचिका दायर कर कहा है कि शंकर चिड़ियाघर में क्रूरता का शिकार हो रहा है और उसकी वर्तमान स्थिति अवैध कारावास से कम नहीं है। शंकर का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है।

मुआवजा बढ़ाने की मांग

दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के दो सदस्यों ने दिल्ली सरकार से उन सफाई कर्मचारियों के परिवारों को मुआवजा बढ़ाने मांग की है जिनकी मृत्यु सीवर सफाई के दौरान हो जाती है। आयोग के सदस्य अनीता उज्जैनवाल और रविशंकर के अनुसार ऐसी दुर्घटनाओं में उनके परिवार को 10 लाख की मुआवजा राशि मिलती है जिसे 25 लाख किया जाना चाहिए। सदस्यों ने इस मुद्दे पर भी जोर देकर उल्लेख किया है जिसमें 99 मृतक सफाई कर्मियों के परिवार को अभी तक उचित मुआवजा नहीं मिला है। दोनों सदस्यों ने सीवर की सफाई के दौरान उचित उपकरण और सुरक्षा उपायों के अभाव में सफाई कर्मियों की मृत्यु होने पर चिंता भी व्यक्त की है।

कार ने मारी टक्कर

वसंत कुंज इलाके में बुधवार को दो दुर्घटनाएं घटित हुई। एक जगह जहां तेज रफ्तार आई सियाज कार ने सड़क पर खड़ी लाल कार को टक्कर मार दी तो वहीं दूसरी ओर अनियंत्रित डीटीसी बस फुटपाथ पर चढ़ गई। अनियंत्रित कार को एक युवती चला रही थी। युवती की पहचान नहीं हो पाई है। सेफ्टी बैग खुल जाने से युवती की जान तो बच गई, लेकिन वह घायल हो गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और युवती को अस्पताल भेज दिया। बस के फुटपाथ पर चढ़ने से फुटपाथ पर लगी मिट्टी के बर्तन की दुकानें तहस-नहस हो गई। दो बस यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं। दोनों मामलों में मौत की कोई जानकारी नहीं है।

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