Delhi Violence: अरविंद केजरीवाल बोले, हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करना

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली हिंसा के दौरान 4 सब डिवीजन प्रभावित हुए हैं और इन सब-डिवीजनों में लगभग 18 एसडीएम हैं।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sat, 29 Feb 2020 06:37 PM (IST) Updated:Sat, 29 Feb 2020 06:55 PM (IST)
Delhi Violence: अरविंद केजरीवाल बोले, हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करना
Delhi Violence: अरविंद केजरीवाल बोले, हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करना

नई दिल्ली, एएनआइ। उत्तर पूर्वी दिल्ली में तनाव के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हिंसा पर कहा कि हमने सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज एक समीक्षा बैठक की है। आज दिल्ली के किसी भी हिस्से से हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई है। हमारी पहली प्राथमिकता जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है।

दिल्ली हिंसा के दौरान 4 सब डिवीजन प्रभावित हुए हैं और इन सब-डिवीजनों में लगभग 18 एसडीएम हैं। उन सभी ने अपने संबंधित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है और वे हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए घरों व दुकानों की पहचान कर रहे हैं। 

दंगाइयों के खिलाफ हत्या के केस हो रहे दर्ज

वहीं, शनिवार शाम दिल्‍ली के नए पुलिस आयुक्‍त एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि शहर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव वापस आए। हम दंगाइयों के खिलाफ हत्‍या के केस दर्ज कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी हो रही है जिससे वे दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न कर सकें।

बता दें कि पिछले 2 दिन से हिंसा की कोई नई वारदात सामने नहीं आई है। पुलिस भी मुस्तैद और शनिवार को भी ड्रोन से हिंसा प्रभावित इलाकों की निगरानी की जा रही है।

कांग्रेस पार्षद गिरफ्तार

शनिवार को दिल्ली में पूरी तरह हालात काबू में हैं। ज्यादातर इलाकों शांति है, पुलिस लगातार यहां पर नजर बनाए हुए है। वहीं, दूसरी और उत्तर पूर्वी जिले में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान शाहदरा के जगतपुरी इलाके में दंगे को लेकर कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जगतपुरी में हुए दंगे का आरोप कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद इशरत जहां उर्फ पिंकी पर लगा है।

पुलिस ने पहले उन्हें हिरासत में लिया था और बाद में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद में कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पेशे से वकील इशरत ने कोर्ट में जमानत अर्जी भी लगाई, लेकिन खारिज हो गई। 

chat bot
आपका साथी