तिहाड़ के केंद्रीय अस्पताल में आक्सीजन प्लांट शुरू, पढ़िए और कौनसे जेल अस्पतालों को होगी आपूर्ति

कोरोना मरीजों को कई बार उपचार के दौरान आक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इस बात को देखते हुए अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में तिहाड़ के केंद्रीय अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट ने कार्य करना शुरू कर दिया है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 01:28 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 01:28 PM (IST)
तिहाड़ के केंद्रीय अस्पताल में आक्सीजन प्लांट शुरू, पढ़िए और कौनसे जेल अस्पतालों को होगी आपूर्ति
120 बिस्तरों की क्षमता वाले इस अस्पताल में अभी तक आक्सीजन प्लांट की सुविधा नहीं थी।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना मरीजों को कई बार उपचार के दौरान आक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इस बात को देखते हुए अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस क्रम में तिहाड़ के केंद्रीय अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट ने कार्य करना शुरू कर दिया है। बता दें, तिहाड़ में जेल संख्या तीन में जेल का केंद्रीय अस्पताल है। यह दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है। 120 बिस्तरों की क्षमता वाले इस अस्पताल में अभी तक आक्सीजन प्लांट की सुविधा नहीं थी। ऐसे में कई बार कैदी मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराने की स्थिति आती थी।

सुरक्षा कारणों से इसमें कई तरह की समस्याएं आती थीं। लेकिन अब ऐसी दिक्कत नहीं होगी। जेल अधिकारियों का कहना है कि यहां से दिल्ली के दूसरे जेल अस्पताल को आक्सीजन की आपूर्ति जरूरत पड़ने पर की जा सकेगी। सुकेश चंद्रशेखर के मददगारों पर आर्थिक अपराध शाखा की कार्रवाई की सूचना मिलने के बाद रोहिणी जेल के कर्मचारी तिहाड़ स्थित जेल महानिदेशक कार्यालय पहुंच कर धरने पर बैठ गए।

कर्मियों का कहना था कि उनकी जानकारी में रोहिणी जेल में तैनात 82 कर्मियों को निलंबित किया जाएगा और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। कर्मियों का आरोप था कि इस मामले में छोटे रैंक के कर्मियों को निशाने पर लिया जा रहा है, जबकि उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है। करीब तीन घंटे तक यह धरना चला। इसके बाद जेल मुख्यालय की ओर से कहा गया कि सोमवार को जो भी चाहें आकर महानिदेशक तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं। इसके बाद जेलकर्मी धरने से उठ गए। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पांच जेलकर्मियों को गिरफ्तार भी किया है।

क्या है सुकेश चंद्रशेखर का मामला: ठगी के मामले में रोहिणी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर को मनमाफिक सुविधाएं उपलब्ध कराने का जेलकर्मियों पर आरोप है। आरोप है कि रोहिणी जेल में सुकेश को मोबाइल, अलग बैरक सहित कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती थीं।

परिसर में बने हैं आइसोलेशन सेंटर: जेल अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़, मंडोली और रोहिणी जेल परिसर में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। तिहाड़ में बैरक नंबर एक से नौ, रोहिणी में बैरक नंबर 10 और मंडोली जेल में बैरक नंबर 11 से 16 तक हैं।

ये भी पढ़े- बंद कमरे में चल रहा डीएसजीएमसी के अध्यक्ष पद का चुनाव, सदस्यों में हाथापाई की सूचना

तिहाड़ व मंडोली स्थित दोनों अस्पतालों में 50 आक्सीजन कंसंट्रेटर और 100 से ज्यादा सिलेंडर उपलब्ध हैं। सभी को अभी कोविड स्वास्थ्य केंद्रों में बदल दिया गया है। जेल में आने वाले सभी कैदियों व जेलकर्मियों के तापमान और आक्सीजन के स्तर की रोजाना जांच की जाती है।

chat bot
आपका साथी