दिल्ली में मास्क न पहनने पर चालान काटने का फर्जीवाड़ा, सिविल डिफेंस वालेंटियर से रहें सावधान

एसडीएम कार्यालय में छपने वाली चालान स्लीप का तीनोंं रंगीन फोटो कापी करवा गोरख धंधे को अंजाम दे रहे थे। ये सभी तालकटोरा गार्डन में बिना मास्क के घूमने वाले लोगों को शिकार बनाते थे। पुलिस पता लगा रही है कि इन्होंने कितने लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:11 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 05:30 PM (IST)
दिल्ली में मास्क न पहनने पर चालान काटने का फर्जीवाड़ा, सिविल डिफेंस वालेंटियर से रहें सावधान
पुलिस की गिरफ्त में आरोपित सिविल डिफेंस वालेंटियर

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। कोरोना का चालान काटने के नाम पर फर्जीवाड़ा का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। नार्थ एवेन्यू थाना पुलिस ने तीन ऐसे सिविल डिफेंस वालेंटियर को गिरफ्तार किया है जो कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने वालों में नगद देने वालों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी चालान स्लीप थमा देते थे। जिनके पास पैसे नहीं होते थे उन्हें फर्जी चालान स्लीप थमा अपने पेटीएम खाते में पैसे ले लेते थे। तीनों नई दिल्ली जिला के जाम नगर एसडीएम कार्यालय में पदस्थ थे।

पहली बार इस तरह के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होने पर दिल्ली पुलिस को शक है कि कोरोना काल में पूरी दिल्ली में जगह-जगह पुलिस जैसी वर्दी पहनकर चालान काटने वाले सिविल डिफेंस वालेंटियरों द्वारा खूब जमकर इस तरह के गोरख धंधे किया जा रहा हो। पुलिस ने अब सभी जगहों पर सिविल डिफेंस वालेंटियरों पर नजर रखने का निर्णय किया है।

डीसीपी नई दिल्ली जिला ईश सिंघल के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तीनों सिविल डिफेंस वालेंटियरों के नाम सन्नी, यशवंत राठी व लकी है। तीनों हरीश चंदर माथुर लेन, नई दिल्ली के रहने वाले हैं। इनके पास से तीन मोबाइल फोन जिसके जरिए लोगों की तस्वीरें खींचते थे व कोरोना का उल्लंघन करने पर काटे जाने वाले चालान का फारमेट बरामद किए गए हैं।

शकुरपुर के रहने वाले प्रिंस ने बीते 31 दिसंबर को नार्थ एवेन्यू थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि वह अपने एक दोस्त के साथ नई दिल्ली के तालकटोरा गार्डन में बैठे थे तभी वहां सिविल डिफेंस के तीन वालेंटियर खाकी वर्दी में आए। तीनों ने बताया कि उनकी तैनाती एसडीएम जाम नगर कार्यालय में है। फेस मास्क न पहनने पर कोविड 19 के दिशा निर्देश का उल्लंघन करने की बात कहते हुए चालान काटने की बात कही। चालान की राशि प्रति व्यक्ति 2000 के हिसाब से 4000 जमा करने की बात कही। उनके पास 4000 रुपये न होने पर एक ने पेटीएम का नंबर बताते हुए उसमें पेटीएम करवा लिया और चालान का स्लीप थमा तीनों मौके से चले गए।

शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने जब जांच की तब पता चला कि उक्त पेटीएम दिनेश सिंह का है। वह भी हरीश चंदर माथुर लेन का रहने वाला पाया गया। उसकी तैनाती भी एसडीएम जाम नगर कार्यालय में है। उक्त मोबाइल नंबर एसडीएम कार्यालय से पंजीकृप पाया गया। एसीपी सूरज भान सिंह व थानाध्यक्ष सहदेव सिंह तोमर के नेतृत्व में एसआइ विजय पाल, हवलदार नरेंद्र व सिपाही राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच में पाया कि सन्नी, यशवंत व लकी द्वारा काटे गए चालान स्लीप एसडीएम कार्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया था। फर्जी चालान स्लीप पाए जाने पर पुलिस टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में तीनों ने फर्जीवाड़ा करने की बात कुबूल ली।

एसडीएम कार्यालय में छपने वाली चालान स्लीप का तीनोंं रंगीन फोटो कापी करवा गोरख धंधे को अंजाम दे रहे थे। ये सभी तालकटोरा गार्डन में बिना मास्क के घूमने वाले लोगों को शिकार बनाते थे। पुलिस अब इसके पेटीएम की जांच कर पता लगा रही है कि इन्होंने कितने लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया है।

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