World Rabies Day: दिल्ली में विश्व रेबीज दिवस पर कुत्तों का टीकाकरण के लिए निगम लगाएगा कैंप

World Rabies Day उन्होंने बताया कि निगम के डीबीसी कर्मी और फील्ड वर्करों के माध्यम से फागिंग की जा रही है। अस्पतालों और जांच लैबों से जो डाटा हमारे पास आ रहा है हम उस इलाके में फागिंग करा रहे हैं।

By Nihal SinghEdited By: Publish:Tue, 27 Sep 2022 03:34 AM (IST) Updated:Tue, 27 Sep 2022 05:30 AM (IST)
World Rabies Day: दिल्ली में  विश्व रेबीज दिवस पर कुत्तों का टीकाकरण के लिए निगम लगाएगा कैंप
World Rabies Day: इसके साथ ही लोगों को जागरुक करने का भी काम इन कर्मियों से कराते हैं।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। दिल्ली नगर निगम 28 सितंबर 2022 को विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर पालतू ब बेसहारा कुत्तों के लिए निशुल्क रेबीज टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन करेगा। यह निशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम निगम के पशु चिकित्सा विज्ञान एवं दिल्ली सरकार के पशु पालन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।

निगम के अनुसार इसके लिए पांच स्थान निर्धारित किए गए हैं। इसमें पाकेट ए-3 मयूर विहार, सामुदायिक केंद्र मालवीय नगर,पशु चिकित्सालय नंगली, द्वारका सेक्टर-17, डीसी चौक रोहिणी सेक्टर-9/13 में होगा। उधर, मच्छरजनित बीमारियों के मरीज लगातार बढ़ते देख निगम ने फागिंग शुरू कर दी है। हालांकि केवल उन्ही स्थानों पर फागिंग की जा रही है जहां से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीज सामने आ रहे हैं।

वहीं, हाटस्पाट पर निगरानी करते हुए निगम फागिंग कर रहा है। इसके अतिरिक्त रामलीला और दुर्गा पूजा के आयोजन को देखते हुए फागिंग शुरू कर दी है। जिसमें रामलीला स्थल में सुबह और रामलीला शुरू होने से पूर्व फागिंग की जा रही है। इसका उद्देश्य रामलीला स्थल पर मच्छरों का प्रजनन रोकने के साथ लोगों को इन बीमारियों से चपेट में आने से रोकना है।

जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय में 70 से अधिक मरीज आने के बाद निगम ने यहां पर फागिंग शुरू कर दी है। इसके अतिरिक्त दिल्ली के उन इलाकों में फागिंग की जा रही है जहां पर ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निगम हमारे पास तीन हजार से अधिक डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स हैं। हम उनका उपयोग घर-घर में निरीक्षण कराते हैं।

इसके साथ ही लोगों को जागरुक करने का भी काम इन कर्मियों से कराते हैं। उन्होंने बताया कि निगम के डीबीसी कर्मी और फील्ड वर्करों के माध्यम से फागिंग की जा रही है। अस्पतालों और जांच लैबों से जो डाटा हमारे पास आ रहा है हम उस इलाके में फागिंग करा रहे हैं।

अधिकारी ने आगे बताया कि हम 250 के करीब हाटस्पाट पर नजर बनाए हुए हैं। उन इलाकों में भी जरुरत के हिसाब से फागिंग की जा रही है। इसके अतिरिक्त चालान की कार्रवाई भी की जा रही है। अब तक निगम 12 हजार 659 चालान कर चुका है। जबकि 33 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

एक हजार में 250 से ज्यादा निर्माण स्थलों पर मिले मच्छर

निर्माण स्थलों पर मच्छरों के पनपने के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। निगम ने एक हजार निर्माण स्थलों पर जांच की जिसमें 257 स्थलों पर मच्छरों की उत्पत्ति की पुष्टि हुई। निगम के अनुसार निगम के विशेष अभियान के तहत इसमें 135 को नोटिस दिए गए हैं जबकि 97 पर चालान की कार्रवाई की गई है।

निगम ने कार्रवाई करते हुए संपत्ति मालिकों और ठेकेदारों को यह सलाह दी है कि निर्माण स्थलों पर मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय करें। साथ ही जहां पानी जमा किया गया है वहां केरोसिन व डीजल भी डाला जा सकता है।जिन निर्माण स्थलों पर मच्छर मिलने पर चालान की कार्रवाई की गई है उसमें आईटीपीओ, प्रगति मदान, भारतीय खेल प्राधिकरण, द्वारका, सार्क विश्वविद्यालय, मैदानगढ़ी , डीएमआरसी, दक्षिणपुरी, डीडीए हाउसिंग काप्लेक्स, सेक्टर 19 द्वारका, मोहन कोआपरेटिव इंडस्ट्रियल एस्टेट के निर्माण स्थल आदि।

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