Delhi Coronavirus : सक्रिय मरीज घटकर 400 से कम हुए, 36 नए मामले आए सामने

राजधानी में शुक्रवार को सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 400 से कम हो गई। वहीं लगातार तीसरे दिन कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। वहीं नए मामलों की बात की जाए तो बीते 24 घंटे में 36 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 04:35 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 04:35 PM (IST)
Delhi Coronavirus : सक्रिय मरीज घटकर 400 से कम हुए, 36 नए मामले आए सामने
देश की राजधानी दिल्ली में सक्रिय मरीज घटकर 399 रह गए।

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। राजधानी में शुक्रवार को सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 400 से कम हो गई। वहीं, लगातार तीसरे दिन कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। वहीं नए मामलों की बात की जाए तो बीते 24 घंटे में 36 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, संक्रमण दर भी 0.05 फीसद पर स्थिर रही। इससे सक्रिय मरीज घटकर 399 रह गए। जबकि एक दिन पहले 415 सक्रिय मरीज थे।

करीब 77 हजार सैंपल की हुई जांच

24 घंटे में 76 हजार 883 सैंपल की जांच हुई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के अब तक कुल 14 लाख, 38 हजार, 154 मामले आ चुके हैं। जिसमें से 14 लाख 12 हजार 672 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे मरीजों के ठीक होने की दर 98 फीसद से अधिक है। वहीं, मृतकों की कुल संख्या 25,083 है। इससे मृत्यु दर 1.74 फीसद है। फिलहाल 251 कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं, कंटनेमेंट जोन की संख्या घटकर 100 हो गई है।

दो अस्पतालों में बनाए गए 50 कोरोना समर्पित बेड : राजपाल सिंह

वहीं, दक्षिणी दिल्ली के कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के साथ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने तैयारियां शुरू कर दी है। एसडीएमसी के सेंट्रल जोन के चेयरमैन राजपाल सिंह ने नेहरू नगर टीबी अस्पताल और कालकाजी स्थित पूर्णिमा सेठी निगम अस्पताल में 50-50 कोरोना समर्पित बिस्तरों को चालू कराया है। राजपाल सिंह ने बताया कि जरूरत पड़ने पर 100 बिस्तरों तक इसे बढ़ाया जाएगा। दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के दौरान लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी झेलनी पड़ी थी। इसलिए एसडीएमसी इस बार पहले से ही तैयारियां पूरी कर रही है, ताकि किसी को भी इलाज की कमी न हो। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति की भी पूरी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर सभी को मुफ्त आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। दोनों अस्पतालों में चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती भी कर दी गई है। दवाइयों की सप्लाई भी बढ़ाई गई है।

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