Corona in Delhi: राजीव गांधी सुपर स्पेशियिलिटी अस्पताल में भी शुरू होगी जांच, अब बढ़ेगी क्षमता
राजीव गांधी सहित तीन अस्पतालों में अगले सप्ताह आरटी-पीसीआर जांच के लिए नई मशीनें भी आ जाएंगी। इसलिए दिल्ली में कोरोना की जांच की क्षमता बढ़ जाएगी।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली में अगले सप्ताह से कोरोना वायरस की जांच क्षमता बढ़ जाएगी। राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में सोमवार से ट्रायल के रूप में जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी। सील क्षेत्र से लिए गए सैंपल की जांच आने में काफी समय लग रहा है। दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के कापसहेड़ा की ताजा घटना इसका साफ उदाहरण है। वहां के लोगों की 13 दिन बाद जांच रिपोर्ट आई। इससे कोरोना की जांच की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बढ़ जाएगी कोरोना जांच की क्षमता
राजीव गांधी सहित तीन अस्पतालों में अगले सप्ताह आरटी-पीसीआर जांच के लिए नई मशीनें भी आ जाएंगी। इसलिए दिल्ली में कोरोना की जांच की क्षमता बढ़ जाएगी। राजीव गांधी अस्पताल को कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत अस्पताल बनाया गया है लेकिन अभी वहां भी जांच की सुविधा नहीं है। लेकिन, अब लैब तैयार हो चुकी है व एक मशीन भी लगाई गई है।
फिलहाल 200 सैंपल की होगी हर दिन जांच
एक दिन बाद यह कार्यरत हो जाएगी। फिलहाल इस लैब में प्रतिदिन करीब 200 सैंपल की जांच हो सकेगी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार छह मई को इस अस्पताल की लैब में एक अन्य नई मशीन भी आ जाएगी। यह मशीन कार्यरत होने के बाद प्रतिदिन औसतन 400 सैंपल की जांच हो सकेगी। इसी तरह यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आइएलबीएस) व लोकनायक अस्पताल की लैब में भी नई मशीनें लगाई जाएगी। इसलिए इन तीन अस्पतालों की लैब में हर दिन 1200-1500 सैंपल की जांच हो सकेगी। मौजूदा समय में आइएलबीएस व लोकनायक अस्पताल की लैब को मिलाकर एक दिन में करीब 400 सैंपल की जांच हो पाती है।
20 लैबों में है कोरोना की जांच की सुविधा
मौजूदा समय में दिल्ली में आठ सरकारी (सात सरकारी अस्पतालों व राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र) सहित कुल 20 लैबों में कोरोना की जांच की सुविधा है। जिसकी क्षमता कुल मिलाकर प्रतिदिन करीब ढाई हजार सैंपल जांच करने की है। इस वजह से नोएडा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिक्स में सैंपल भेजने पड़े थे। तीन अस्पतालों में नई मशीनें आने के बाद करीब चार हजार सैंपल तक जांच हो सकेगी।