Coronavirus LockDown Day 9: दिल्ली में बढ़ सकते हैं कोरोना के केस, मरकज के लोगों की आनी है रिपोर्ट

Coronavirus LockDown Day 9 दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक दिल्ली में कल शाम तक 152 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 53 केस मरकज के हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 11:13 AM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 11:26 AM (IST)
Coronavirus LockDown Day 9: दिल्ली में बढ़ सकते हैं कोरोना के केस, मरकज के लोगों की आनी है रिपोर्ट
Coronavirus LockDown Day 9: दिल्ली में बढ़ सकते हैं कोरोना के केस, मरकज के लोगों की आनी है रिपोर्ट

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Coronavirus LockDown Day 9: हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात में शामिल हुए लोगों ने राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या बढ़ा दी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक, दिल्ली में कल शाम तक 152 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 53 केस मरकज के हैं। इस तरह बुधवार को कुल 32 मरीज बढ़े हैं जिनमें से अकेले 29 मरकज जमात के हैं। इसी के साथ मंत्री ने यह भी कहा कि हमारे यहां कुल करीब 700 कन्फर्म या संदिग्ध मरीज हैं। बृहस्पतिवार को बहुत सारे लोगों की रिपोर्ट आने वाली है, बहुत बड़ी संख्या में रिपोर्ट आएंगी तो उसे लगता है कि आंकड़ा बढ़ेगा।

 उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टाफ के लिए खास व्यवस्था की गई है। इसके तहत लोकनायक अस्पताल और जीबी पंत अस्पताल के डॉक्टर्स के लिए होटल ललित हमने पहले ही बुक कर दिया था। इसी कड़ी में अब पूर्वी दिल्ली में होटल लीला हमने बुक कर लिया है, जो गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के लिए होगा। सत्येंद्र जैन के मुताबिक, अपने पूरे स्टाफ के लिए हम पांच सितारा होटल ताज से कैटरिंग करवा रहे हैं। ताज वाले मुफ्त में पूरी कैटरिंग करने को तैयार हो गए हैं। केवल हमारे स्टाफ के लिए ही नहीं, मरीजों के लिए भी।

एमसीडी के किसी भी अस्पताल को अभी कोरोना के काम में लगाया ही नहीं गया है, वह पहले से ही परेशान हो रहे हैं। दिल्ली सरकार के अस्पताल हैं, जो इस ड्यूटी पर लगे हुए हैं। फ्रंट लाइन पर लगे हुए हैं, लड़ रहे हैं, उन्होंने तो अभी तक ऐसा कुछ नहीं कहा। 

यहां पर बता दें कि मार्च महीने में दक्षिण दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात में तकरीबन एक सप्ताह तक चले प्रोग्राम के दौरान बड़ी संख्या में देश और विदेश से लोग आए थे। बाद में हजारों की संख्या में यहीं पर रुके रहे। इसका पता चलने पर इन्हें यहां से निकाला गया, जिसमें बहुत से लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं।  

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