पाकिस्तान से मिली थी यूपी के नामी महंत की हत्या की सुपारी, साधु बनकर देना था वारदात को अंजाम

साजिश के तहत लखनऊ के कमलेश तिवारी हत्याकांड की तर्ज पर कश्मीर निवासी एक आतंकी भगवा चोला पहनकर गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या को अंजाम देने वाला था। आतंकी के पास से भगवा कपड़ा पूजा का सामान पिस्टल कुमकुम कलावा भी बरामद हुआ है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:33 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 02:05 PM (IST)
पाकिस्तान से मिली थी यूपी के नामी महंत की हत्या की सुपारी, साधु बनकर देना था वारदात को अंजाम
पाकिस्तान में रची गई थी यूपी के नामी महंत की हत्या की साजिश, आतंकी के खुलासे पुलिस हैरान

नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्रों की मानें तो साधु का वेश धरकर यति नरसिंहानंद सरस्वती महंत की हत्या करने की साजिश रची गई थी। यह साजिश जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी रच रहा था। इस खुलासे के बाद गाजियाबाद पुलिस चौकस हो गई है। बता दें कि यति नरसिंहानंद ने इस्लामिक धर्मगुरु के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद आतंकी संगठन ने हत्या की साजिश रची थी। महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती अंजाम देता उससे पहले ही आरोपित को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से भगवा कपड़ा, पूजा का सामान, पिस्टल, कुमकुम, कलावा भी बरामद हुआ है।

सूत्रों के मुताबिक, साजिश के तहत लखनऊ के कमलेश तिवारी हत्याकांड की तर्ज पर कश्मीर निवासी एक आतंकी भगवा चोला पहनकर गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या को अंजाम देने वाला था। ताजा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खुफिया एजेंसियों संग मिलकर ऑपरेशन कर जम्मू- कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले एक शख्स को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहीं, गिरफ्तार आरोपित के पास से पिस्टल, 2 मैगजीन, 15 कारतूस, भगवा रंग का कुर्ता, कलावा, पूजा में इस्तेमाल होने वाला टीका और साधुओं के पहनने वाले कपड़े और सामान बरामद किए गए हैं।

यति नरसिंहानंद सरस्वती की कुछ इस अंदाज में करनी थी हत्या, खुल गई पोल

बताया जा रहा है कि कश्मीर के रहने वाले आरोपित जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर साधु के चोले में आकर स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करने वाला था। पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने आरोपित जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर को महंत की हत्या करने का हुकुम दिया था।

यह भी जानकारी सामने आई है कि डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की हत्या के लिए जम्मू-कश्मीर से दिल्ली आया शख्स 2016 में स्टोन पेल्टिंग के आरोप में अनंतनाग में गिरफ्तार भी हो चुका है। उस दौरान आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद सेना के जवानों पर स्टोन पेल्टिंग के आरोप में यह पकड़ा गया था।

आरोपित ने पूछताछ में बताया कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान आधारित जैश के आतंकी आबिद से उसकी मुलाकात हुई थी। इस दौरान जैश के आतंकी आबिद ने ही स्वामी यति नरसिंहानंद को साधु की वेशभूषा में हत्याकांड को अंजाम देने के लिए कहा था।

गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश के आरोप में कश्मीर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी को महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट पाकिस्तान में बैठे जैश के एक आतंकी ने दिया था।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपित जहांगीर साधु के वेश में जाकर महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करना चाहता था। पुलिस ने आरोपी जहांगीर के पास से पिस्टल औऱ मैगजीन बरामद की हैं। जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर पेशे से कारपेंटर है, उसे पाकिस्तान में बैठे आबिद नाम के आतंकी ने हत्या की सुपारी दी थी। जहांगीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जैश ए मोहम्मद के आंतकी आबिद से भी मिला था।

जानिये- कमलेश तिवारी हत्याकांड के बारे में

गौरतलब है कि 18 अक्टूबर, 2019 को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या लखनऊ में की गई थी। इस हत्याकांड के दो आरोपित यूसुफ खान और हाशिम अली दोनों लखनऊ जेल में बंद हैं। ये दोनों भगवा कपड़े पहनकर आए और बातचीत के बहाने घर में घुसे और कमलेश तिवारी को गोलियों से भून दिया।

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