दिल्ली में ठगी: पुलिस की वर्दी में रुकवाया ऑटो, सामान का बिल दिखाने के बहाने लिए 10 हजार रुपये

पुलिस की वर्दी में ठग ने फूड पार्क के सुपरवाइजर से 10 हजार रुपये की ठगी कर ली। उसने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया और आराम से फरार हो गया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 01 Aug 2020 09:03 PM (IST) Updated:Sat, 01 Aug 2020 09:03 PM (IST)
दिल्ली में ठगी: पुलिस की वर्दी में रुकवाया ऑटो, सामान का बिल दिखाने के बहाने लिए 10 हजार रुपये
दिल्ली में ठगी: पुलिस की वर्दी में रुकवाया ऑटो, सामान का बिल दिखाने के बहाने लिए 10 हजार रुपये

नई दिल्ली [संंतोष शर्मा]। राजधानी में बदमाशों में पुलिस का डर समाप्त हो गया है। वह ना केवल पुलिस वर्दी में ठगी कर रहे हैं। बल्कि उन्हें पकड़े जाने का भी डर नहीं है। दरियागंज थाना के समीप ठगी का एक ऐसा ही   मामला सामने आया है। पुलिस की वर्दी में ठग ने फूड पार्क के सुपरवाइजर से 10 हजार रुपये की ठगी कर ली। उसने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया और आराम से फरार हो गया। घटना की शिकायत मिलने पर दरियागंज थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

हो रही है बदमाश की पहचान

बदमाश की पहचान की जा रही है। पुलिस के मुताबिक अमित परिवार के साथ हरियाणा सोनीपत में रहते हैं। वह सोनीपत स्थित एचसाइड फूड पार्क में सुपरवाइजर हैं। अमित 31 जुलाई को कंपनी का सामान लेने चांदनी चौक के किनारी बाजार गए थे। वहां से वे सामान को प्लास्टिक के तीन कट्टे में रख उसे रिक्शे से ट्रांसपोर्ट के लिए ले जा रहे थे। सामान को पहाड़गंज पहुंचाना था। अमित के अनुसार जैसे ही वे दरियागंज थाने के समीप पहुंचे ऑटो में पुलिस की वर्दी में बैठे शख्स ने उन्हें रुकने का इशारा किया।

आते ही शुरू किया डांटना

सुपरवाइजर रिक्शे को किनारे लगवा ऑटो के पास पहुंचे। वहां पहुंचते ही वर्दी पहने शख्स ने उन्हें डांटना शुरू कर ऑटो में बिठा दिया। उसने वर्दी पर मुकेश नाम की अंग्रेजी में नेम प्लेट भी लगा रखी थी। शख्स ने कहा कि रास्ते में साहब तुम्हें नहीं दिखे। बाद में उसने रिक्शे में रखे सामान का बिल मांगा। बिल नहीं होने की बात बताने पर खुद को पुलिसकर्मी बता रहे बदमाश ने अमित से 10 हजार रुपये ले लिए। बाद में उसने सादे कागज पर अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखकर उसे राजपुरा रोड ऑथरिटी में आने को कहा। वहीं, ऑटो से वह पीड़ित को दिल्ली गेट के समीप उतारकर फरार हो गया। शुरुआत में अमित को कुछ भी समझ में ही नहीं आया। वहीं जांच करने के लिए जब उसने शख्स के दिए मोबाइल नंबर पर फोन किया तो वह नहीं मिला। इसके बाद ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत दरियागंज थाने में की।

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