Delhi Metro: कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर खोले गए 3 और 4 नंबर गेट, 16 स्टेशनों को किया गया बंद

Delhi Metro दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने चावड़ी बाजार लाल क़िला और जामा मस्जिद के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 20 Dec 2019 07:57 AM (IST) Updated:Fri, 20 Dec 2019 06:52 PM (IST)
Delhi Metro: कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर खोले गए 3 और 4 नंबर गेट, 16 स्टेशनों को किया गया बंद
Delhi Metro: कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर खोले गए 3 और 4 नंबर गेट, 16 स्टेशनों को किया गया बंद

नई दिल्ली, एजेंसी। Delhi Metro : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से बंद किए 15 मेट्रो स्टेशनों में से एक कश्मीरी गेट में गेट नंबर 3 और 4 को खोल दिया गया है। वहीं, बाकियों के खुलाने का इंतजार है।  बंद स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुक रही हैं। 

केंद्रीय सचिवालय (Central Secretaria) चावड़ी बाजार (Chawri Bazar) चांदनी चौक (Chandni Chowk) राजीव चौक (Rajiv Chowk) दिल्ली गेट (Delhi Gate) लाल किला (Lal Quila) जामा मस्जिद (Jama Masjid) खान मार्केट (Khan Market) जनपथ (Janpath) प्रगति मैदान (Pragati Maidan)  मंडी हाउस (Mandi House) जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) जाफराबाद (Jaffrabad) मौजपुर बदरपुर (Maujpur-Babarpur) शिव विहार (Shiv Vihar) जौहरी एन्कलेव (Johri Enclave) 

बृहस्पतिवार 4 मेट्रो कॉरिडोर के 20 मेट्रो स्टेशन कई घंटे रहे बंद

इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से बृहस्पतिवार को 20 मेट्रो स्टेशन दो घंटे से लेकर सवा सात घंटे तक बंद रहे। इनमें वायलेट लाइन, ब्लू लाइन, येलो लाइन व मजेंटा लाइन के मेट्रो स्टेशन शामिल थे। इनमें से 14 स्टेशन सुबह व्यस्त समय में भी बंद रहे। इस दौरान इन स्टेशनों पर मेट्रो नहीं रुक रही थी। सुबह में मेट्रो स्टेशन बंद होने से नौकरी पेशेवर लोगों को दफ्तर पहुंचने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी भी जताई। हालांकि शाम को जसोला शाहीन बाग व जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्टेशन को छोड़कर अन्य 18 स्टेशनों को दोबारा खोल दिया गया। इस वजह से शाम को यात्रियों को राहत मिली।

यह पहला मौका है जब विरोध प्रदर्शन के कारण एक दिन में इतने मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े। मेट्रो में प्रतिदिन करीब 30 लाख लोग सफर करते हैं। ब्लू लाइन, येलो लाइन व वायलेट लाइन दिल्ली मेट्रो का सबसे व्यस्त कॉरिडोर है। ये लाइनें दिल्ली को नोएडा, वैशाली, गुरुग्राम, फरीदाबाद व बल्लभगढ़ को जोड़ती हैं। मजेंटा लाइन भी नोएडा के बोटेनिकल गार्डन को दक्षिणी दिल्ली, दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली व पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों से जोड़ती है। राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय व मंडी हाउस जैसे व्यस्त स्टेशनों के प्रवेश व निकास गेट बंद करने पड़े। इस दौरान इन स्टेशनों पर सिर्फ मेट्रो बदलने (इंटरचेंज) की सुविधा थी।

पुरानी दिल्ली व इंडिया गेट के आसपास के सभी स्टेशन रहे बंद

पुरानी दिल्ली, जंतर मंतर व इंडिया गेट के आसपास स्थित सभी मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए थे। ताकि प्रदर्शनकारी मेट्रो से प्रदर्शन स्थल तक न पहुंच पाएं। इस क्रम में वायलेट लाइन पर खान मार्केट से लाल किला तक सभी स्टेशन बंद रहे। इस कॉरिडोर पर जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम स्टेशन के बाद मेट्रो सीधे कश्मीरी गेट स्टेशन पर रुक रही थी।

शाम को खुले स्टेशन

राजीव चौक स्टेशन दो घंटे बंद रहा। इसे शाम 4:22 बजे दोबारा खोला गया। यह ब्लू व येलो लाइन के साथ इंटरचेंज स्टेशन है। इसके बाद शाम पांच बजे 17 स्टेशनों से आवागमन की सुविधा शुरू कर दी गई।

मेट्रो यात्रियों ने ऑटो व बस का लिया सहारा

राजधानी में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में चल रहे प्रदर्शन को देखते हुए आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। गुरुवार को दिल्ली के कुछ मेट्रो स्टेशनों को शाम तक के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। जिसके बाद कई मेट्रो स्टेशनों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। यात्री अपने गंतव्य मेट्रो स्टेशन पर नहीं उतर पा रहे थे। यात्रियों को जिन मेट्रो स्टेशन पर उतरना था, वे उससे आगे या पीछे उतर कर ऑटो या बस के सहारे गंतव्य तक जा रहे थे। इससे केवल कामकाजी लोगों को ही परेशानी नहीं हुई बल्कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों और विभिन्न रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी हुई।

मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा थी, इसलिए यहां पर मेट्रो रुक रही थी। लेकिन, जिन्हें जानकारी नहीं थी वे सीआइसएफ के जवानों से बहस कर रहे थे। सीआइएसएफ के जवान उन्हें राजीव चौक जाने को कह रहे थे। लेकिन, जब तक वो राजीव चौक पहुंचे तब तक वहां के भी निकास द्वार बंद कर दिए गए थे। वहीं, जिन यात्रियों को आइटीओ पहुंचना था वो इंद्रप्रस्थ उतरकर ऑटो या कैब से आइटीओ पहुंच रहे थे। वहीं, बाराखंभा मेट्रो स्टेशन के बाहर काफी संख्या में लोग मेट्रो गेट के बाहर इकट्ठा थे। यहां उन्हें पता चला कि प्रवेश बंद है तो लोगो ने ऑटो, बस व कैब का सहारा लिया। इस दौरान लोगों को काफी परेशानी हुई।

chat bot
आपका साथी