Monsoon Weather News Update: दिल्ली के मौसम में दिखे कई बड़े बदलाव, मानसून में भी भीषण गर्मी से जूझ रहे लोग

Monsoon Weather News Update धरती के तापमान में बढ़ोतरी ने दिल्ली समेत देशभर में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। यही वजह है कि जिस सावन के मौसम में दिल्ली में झमाझम बारिश होती थी वहीं पिछले एक हफ्ते से लोग भीषण गर्मी और उमस का सामना कर रहे हैं।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 02:06 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 02:17 PM (IST)
Monsoon Weather News Update: दिल्ली के मौसम में दिखे कई बड़े बदलाव, मानसून में भी भीषण गर्मी से जूझ रहे लोग
Monsoon Weather News Update: 2 दशक के दौरान दिखा बड़ा बदलाव, मानसून में भी भीषण गर्मी से जूझ रही दिल्ली

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। मानव द्वारा प्रकृति से खिलवाड़ के कारण धरती के तापमान (Global warming) में लगातार बढ़ोतरी ने दिल्ली-एनसीआर समेत पूऱे देशभर में लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। यही वजह है कि जिस सावन के मौसम में दिल्ली में झमाझम बारिश होती थी, वहीं पिछले एक हफ्ते से लोग भीषण गर्मी और उमस का सामना कर रहे हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) की मानें तो आने वाले दिनों में गर्मी से राहत मिलने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं।  

जून के आखिर में चली लू

दिल्ली-एनसीआर सामान्य तौर पर अप्रैल-मई महीने में भीषण गर्मी, गर्म हवा और लू चलती है, लेकिन इस बार गर्मी ने मार्च में ही दस्तक दे दी, लेकिन लू नदारद रही। दरअसल, मानसून के लंबे होते इंतजार के बीच दिल्ली में गर्मी सितम ढाने लगी थी। आलम यह रहा कि जेठ का महीना भी बीत जाने के बाद 30 जून के आसाप 3 दिन तक इस सीजन के सबसे गर्म दिन दर्ज किए गए। जून के अंत में दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक चला गया तो इस सीजन में पहली बार लू भी चली। इससे पहले वर्ष 2012 में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं 11 जून 2019 को दिल्ली का अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस रहा था।

2019 में टूटा था सर्दी का रिकॉर्ड

जनवरी महीने में दिल्ली में ठंड ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। दिसंबर, 2020 के दूसरे पखवाड़ में दिल्ली का  न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री तक पहुंच गया था। इससे भी पहले दिसंबर, 2019 के आखिर सप्ताह में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कड़ाके की सर्दी ने लोगों को बेहाल कर दिया था। दिल्ली में 1901 के बाद 30 दिसंबर सबसे सर्द दिन रहा था। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के जयपुर में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था तो दिल्ली में दिन का अधिकतम तापमान 1901 के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

दिल्ली के मौसम पर नजर रखने वाले विज्ञानियों की मानें तो पिछले कुछ सालों के दौरान किसी महीने में रिकॉर्डतोड़ गर्मी तो किसी महीने सर्दी के दिनों में न्यूनतम तापमान बिल्कुल नीचे चला गया। ऐसा पिछले कई सालों के दौरान हो रहा है। बताया जा रहा है कि वर्तमान वैश्विक औसत तापमान 1850-1900 के स्तर से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। 

अगस्त 2020 के बाद दिल्ली का मौसम

अगस्त 2020 के बाद से, दिल्ली में हर महीने मौसम से जुड़ा एक रेकॉर्ड दर्ज किया गया है। जिसमें किसी महीने अत्यधिक वर्षा, किसी महीने सबसे अधिक ठंड और किसी महीने अत्यधिक गर्मी। पिछले महीने भी दिल्ली में सामान्य से 2.4 गुना ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी, जो 2003 के बाद से सबसे अधिक बारिश है।

जुलाई में ज्यादा बारिश तो अगस्त में तरसे

दिल्ली में जुलाई महीने में बारिश 24 से 36 फीसद तक अधिक हुई, जबकि आधा अगस्त बीतने को है, लेकिन मानसून रूठ गया है। सामान्य तौर पर राजधानी दिल्ली और एनसीआर में मानसून के आगमन की तारीख 27 जून है, लेकिन 15 जुलाई के बाद मानसून मजबूत स्थिति में आया। कुलमिलाकर दिल्ली में 80 फीसद से अधिक बारिश हो चुकी है, लेकिन अब बारिश नहीं होने से दिल्ली का बुरा हाल है।

यह भी जानें ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्री सतह का तापमान भी बढ़ जाता है। इसके पीछे वजह यह है कि पृथ्वी के वातावरण की अधिकांश गर्मी समुद्र द्वारा अवशोषित हो जाती है। वर्ष 1880 के बाद से वैश्विक औसत समुद्री स्तर में आठ से नौ इंच की वृद्धि हुई है। कम उत्सर्जन वाले परिदृश्य के तहत, मॉडल परियोजना है कि समुद्र के स्तर में वृद्धि सदी के अंत तक 2000 के स्तर से लगभग एक फुट ऊपर हो जाएगी। एक उच्च-उत्सर्जन परिदृश्य के तहत, समुद्र का स्तर 2100 तक 2000 के स्तर से आठ फीट से अधिक बढ़ सकता है।

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