UP Kisan Andolan: 5 सितंबर को एक साथ नजर आएंगे राकेश टिकैत और नरेश टिकैत, जानिये- पूरा मामला

संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि अगले महीने 25 सितंबर को देशव्यापी भारत बंद होगा। इसके साथ ही किसान संगठनों ने 5 सितंबर को मिशन यूपी और उत्तराखंड लान्च करने का भी एलान किया है। यह मिशन पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर से लान्च किया जाएगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 01:57 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 04:57 AM (IST)
UP Kisan Andolan: 5 सितंबर को एक साथ नजर आएंगे राकेश टिकैत और नरेश टिकैत, जानिये- पूरा मामला
Kisan Andolan: मिशन यूपी और उत्तराखंड की तैयारी में संयुक्त किसान मोर्चा, जानिये- क्यों 5 सितंबर है अहम

नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण डिजिटल डेस्क। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर के बार्डर चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन को 9 महीने पूरे हो चुके हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आने वाले समय में आंदोलन तेज करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में आगामी 5 सितंबर को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के गृह जिले मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में महापंचायत आयोजित होगी। ऐसे में लोगों के जेहन में यह सवाल भी है कि क्या मुजफ्फरनगर महापंचायत में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत दोनों एकसाथ रहेंगे। अगर ऐसा हुआ तो यह पिछले डेढ़ साल के दौरान पहला ऐसा मौका होगा। बता दें कि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है, दोनों कभी भी एक साथ नजर नहीं आए हैं।

5 सितंबर को देशभर से लाखों किसान पहुंचे मुजफ्फरनगर

किसान नेता दर्शनपाल के मुताबिक, 25 सितंबर को देश भर में कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ भारत बंद करेंगे। इससे पहले 5 सितंबर को किसान महापंचायत के जरिये हम दिल्ली और लखनऊ दोनों को संकेत देंगे। उस दिन लाखों किसान देश भर से मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे।

नरेश और राकेश टिकैत पहली बार नजर आएंगे एक साथ!

अब यह तय हो चुका है कि आगामी 5 सितंबर को यूपी के मुजफ्फरनगर में होने वाली किसानों की महापंचायत में ने केवल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, बल्कि भाकियू अध्यक्ष राकेश टिकैत भी मौजूद रहेंगे। कई महीनों बाद यह पहला मौका होगा, जब राकेश और नरेश टिकैत एक साथ किसी महापंचायत में साथ होंगे।

कानून निरस्त होने तक जारी रहेगा किसानों का धरना

वहीं, सिंघु बार्डर पर जुटे किसान संगठन के नेताओं ने एक बार फिर दोहराया है कि धरना प्रदर्शन जब तक जारी रहेगा, जब तक केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को पूरी तरह से निरस्त नहीं कर देती। इसके साथ केंद्र सरकार एमएसपी को लेकर गारंटी नहीं दे देती। सिंघु बॉर्डर पर दो दिवसीय राष्ट्रीय किसान अधिवेशन बुलाया गया है।

मिशन यूपी और उत्तराखंड की तैयारी में संयुक्त किसान मोर्चा

वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दिल्ली के सिंघु बार्डर पर 2 दिवसीय अधिवेशन जारी है। शुक्रवार को अधिवेशन के अंतिम दिन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आंदोलन तेज करने के लिए बड़ा एलान हो सकता है। इस बीच इशारों-इशारों में किसान प्रदर्शनकारियों से कहा जा रहा है कि वह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन पर ज्यादा जोर देंगे। इस अधिवेशन के पहले यानी बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने एलान किया है कि अगले महीने 25 सितंबर को देशव्यापी भारत बंद होगा। इसके साथ ही किसान संगठनों ने 5 सितंबर को मिशन यूपी और उत्तराखंड लान्च करने का भी एलान किया है। यह मिशन पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर से लान्च किया जाएगा। इसी दिन यानी 5 सितंबर को किसान मुजफ्फरनगर में महापंचायत करेंगे।

गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने फिर की 'दिल्ली चलो' की बात

इस बीच  भाकियू (चढूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि हमें यहां पर बैठे रहने की बजाय ठोस कदम उठाने होंगे। हम यहां पर बैठकर 2024 तक सरकार का विरोध कर उसे सत्ता से बाहर कर भी दें तो क्या गारंटी है कि अगली सरकार किसानों की मांगों को स्वीकार करेगी। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि उसके बाद दिल्ली पहुंचकर सरकार को घेरकर दबाव बनाकर हम मांगें मनवा सकते हैं। सम्मेलन में तीन सत्र रखे गए। पहला कृषि कानूनों से संबंधित, दूसरा औद्योगिक श्रमिकों को समर्पित और तीसरा कृषि श्रमिकों, ग्रामीण गरीबों व आदिवासी मुद्दों से संबंधित था। सम्मेलन में बलबीर सिंह राजेवाल, डा. दर्शन पाल, हन्नान मोल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, शिवकुमार शर्मा कक्का, युद्धवीर सिंह व योगेंद्र यादव समेत सभी 40 जत्थेबंदियों के नेता भी शामिल रहे।

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