वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली-एनसीआर में लगे प्रतिबंध हटे, ईपीसीए की रहेगी कड़ी नजर

दिल्ली-एनसीआर में निर्माण संबंधी गतिविधियों तथा कोयले एवं बायोमास से चलने वाली औद्योगिक इकाइयों पर पिछले 12 दिनों से लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है।

By Edited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 11:08 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 08:12 AM (IST)
वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली-एनसीआर में लगे प्रतिबंध हटे, ईपीसीए की रहेगी कड़ी नजर
वायु प्रदूषण को लेकर दिल्ली-एनसीआर में लगे प्रतिबंध हटे, ईपीसीए की रहेगी कड़ी नजर

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर में निर्माण संबंधी गतिविधियों तथा कोयले एवं बायोमास से चलने वाली औद्योगिक इकाइयों पर पिछले 12 दिनों से लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है। अब सुबह छह से शाम छह बजे तक यह गतिविधियां संचालित की जा सकेंगी। चार दिनों से बार्डर पर खडे़ ट्रकों को भी दिल्ली में प्रवेश की आंशिक छूट तो दी गई, लेकिन स्थायी छूट देने से फिलहाल इनकार कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक सोमवार को वायु प्रदूषण की मौजूदा और संभावित स्थिति की समीक्षा करते हुए पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने एक आदेश जारी किया। इसमें बॉर्डर पर खडे़ ट्रकों को सोमवार रात 11 से मंगलवार सुबह सात बजे तक प्रवेश करने की इजाजत दे दी गई।

ये ट्रक दिल्ली में कहीं जाम का सबब न बन जाएं, इसके मद्देनजर यह निर्देश भी जारी कर दिए गए कि इन ट्रकों से कोई टोल टैक्स अथवा हरित कर नहीं लिया जाएगा। साथ ही दिल्ली पुलिस को यह सुनिश्चित करने का निर्देश भी जारी किया कि सिर्फ पुराने ट्रक दिल्ली में आ पाएं, नए नहीं।

दूसरी तरफ सोमवार शाम सीपीसीबी की टास्क फोर्स की भी एक बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि प्रदूषण रात के समय ज्यादा होता है, दिन के समय नहीं। लिहाजा, सुबह छह से शाम छह बजे तक दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश की इजाजत दी जा सकती है। साथ ही इसी समयावधि में निर्माण कार्य जारी रखने की सिफारिश भी कर दी।

ईपीसीए ने दूसरी सिफारिश तो मान ली, लेकिन पहली सिफारिश मानने से इन्कार कर दिया। ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल ने बताया कि दिल्ली पुलिस, सफर इंडिया और मौसम विभाग ने आकलन कर सीपीसीबी की इस सिफारिश को सही नहीं बताया है। इसलिए इसे नहीं माना जा सकता।

दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कभी बहुत खराब और कभी खतरनाक श्रेणी में ही चल रहा है। अगले कई दिन भी आंशिक राहत के बावजूद ऐसी ही स्थिति रहने के आसार हैं। ऐसे में मंगलवार की सुबह सात बजे के बाद दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश दोबारा रुक जाएगा।

दूसरी तरफ सीपीसीबी की टास्क फोर्स की सिफारिश के बाद ईपीसीए ने निर्माण कार्यो के लिए भी सुबह छह से शाम 6 बजे तक की मंजूरी तो दे दी है, लेकिन अहम सवाल यह है कि रात में निर्माण कार्य रोकने की व्यवस्थाएं कौन करेगा। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की तरफ से नाइट पेट्रोलिंग की व्यवस्था केवल हॉट स्पॉट के लिए की गई है, जबकि दिल्ली में कई बडे़ प्रोजक्ट ऐसे हैं जहा दिन रात काम किया जाता है।

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