दिल्ली में सप्ताह के अंत तक बढ़ सकता है ऑटो-टैक्सी किराया, कानून विभाग ने दी मंजूरी

यह भी बताया जा रहा है कि ऑटो किराया बढ़ाने की फाइल उपराज्यपाल के पास नहींं जाएगी। ऐसे में अधिसूचना जारी होने के साथ ही दिल्ली में ऑटो-टैक्सी के किराए बढ़ जाएंगे।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 12 Jun 2019 02:21 PM (IST) Updated:Wed, 12 Jun 2019 03:19 PM (IST)
दिल्ली में सप्ताह के अंत तक बढ़ सकता है ऑटो-टैक्सी किराया, कानून विभाग ने दी मंजूरी
दिल्ली में सप्ताह के अंत तक बढ़ सकता है ऑटो-टैक्सी किराया, कानून विभाग ने दी मंजूरी

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में अब ऑटो से सफर करना महंगा हो जाएगा। परिवहन विभाग ने किराया वृद्धि को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। लेकिन, यह किराया अभी से लागू नहीं होगा। इस मामले को राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) में भेजा जाएगा। यहां से अनुमति मिलने के बाद ही वृद्धि लागू हो सकेगी। करीब 6 वर्ष बाद ऑटो किराये में वृद्धि की गई है। अब डेढ़ किलोमीटर पर मीटर डाउन होगा।

पहले डेढ़ किलोमीटर के लिए लेागों को 25 रुपये देने होंगे। इसके बाद साढ़े नौ रुपये प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान करना होगा। परिवहन विभाग के उपायुक्त अजय कुमार सिनंदी की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार पहले 25 रुपये में 2 किलोमीटर पर मीटर डाउन होता था, लेकिन नए किराये में इसे 1.5 किलोमीटर कर दिया गया है। पहले 2 किलोमीटर के बाद यात्रियों को 8 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान करना पड़ता था,लेकिन अब लोगों को 9 रुपये 50 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान करना पड़ेगा।

वहीं, पहले वेटिंग चार्ज 50 पैसा प्रति मिनट था, जिसे बढ़ाकर 75 पैसा प्रति मिनट कर दिया गया है। पहले के 15 मिनट के न्यूनतम वेटिंग के कैप को हटा दिया गया है। ट्रैफिक बेहद धीमा होने पर भी लोगों को वेटिंग शुल्क का भुगतान करना होगा। सरकार का कहना है कि किराये में बढ़ोतरी के बावजूद मुंबई की तुलना में दिल्ली में ऑटो किराया अब भी सस्ता है। दिल्ली कैबिनेट ने गत 8 मार्च को ही किराये में बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। लेकिन, सरकार और अधिकारियों के बीच तनातनी होने के चलते अधिसूचना जारी नहीं हो पा रही थी।

अधिकारी कह रहे थे कि इस मामले की फाइल उपराज्यपाल के पास जानी चाहिए, जबकि सरकार इसे जरूरी नहीं मान रही थी। जब विधि विभाग ने साफ कर दिया कि इस मामले में उपराज्यपाल की मंजूरी की जरूरत नहीं है, तब अधिकारी नए किराये को अधिसूचित करने पर राजी हुए। इससे करीब एक लाख ऑटो चालक लाभांवित होंगे। इससे पहले शीला दीक्षित सरकार ने मई 2013 में किराये में बढ़ोतरी की थी।

वहीं, आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) सरकार साफ कर चुकी है कि वह इसके लिए उपराज्यपाल से अनुमति नहीं लेगी। सरकार के अनुसार, संवैधानिक पीठ का निर्णय आने के बाद किराये में वृद्धि की मंजूरी उपराज्यपाल से लेनी जरूरी नहीं है। बता दें कि दिल्ली सरकार ने करीब 6 वर्ष बाद ऑटो रिक्शा के किराये में वृद्धि को मंजूरी दी थी।

दरअसल, दिल्ली में ऑटो रिक्शा किराया डेढ़ रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से बढ़ने जा रहा है, जिससे देश की राजधानी दिल्ली में आपका सफर महंगा होने वाला है। कुछ महीने पहले ही दिल्ली सरकार ने पहले दो किलोमीटर के लिए मौजूदा 25 रुपये के प्रारंभिक किराये (बेस फेयर) को भी 1.5 किलोमीटर के लिए 25 रुपये करने को मंजूरी दी थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के चलते किराए का अमल में नहीं लाया जा सका। अब चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद किराया लागू हो जाएगा। बता दें कि दिल्ली सरकार ने शहर में चलने वाले करीब 90,000 ऑटो के लिए मौजूदा आठ रुपये प्रति किलोमीटर की दर में डेढ़ रुपये के इजाफे के कमेटी की सिफारिशों को मंजूरी दी थी।

दिल्ली में किराया बढ़ने पर जून महीने से ऑटो व टैक्सी की सवारी महंगी पड़ेगी। राजधानी में तीन साल बाद ऑटो-टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इससे महंगाई के बोझ से दबे शहर के लोगों पर दोहरी मार पड़ेगी। किराए में इजाफे के बाद भी दिल्ली सरकार का कहना है कि देश के अन्य महानगर मुंबई, बेंगलूर, अहमदाबाद, हैदराबाद व कोलकाता में ऑटो-टैक्सी के किराये से दिल्ली में कम किराया रहेगा।

मालूम हो कि दिल्ली में पिछली बार ऑटो-टैक्सी किराया 23 जून, 2010 को बढ़ाया गया था। उस समय सीएनजी की कीमत बढ़कर 21 रुपये प्रति किलो होने से ऑटो चालक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे तो सरकार ने नया किराया निर्धारित कर दिया था। अभी सीएनजी 38.35 रुपये प्रति किलो के दर से मिल रही है।

 ऑटो रिक्शा के लिए नई दर (रुपये में)

मौजूदा - नई दर

पहले दो किमी के लिए - 19 - 25

इसके बाद प्रति किमी - 6.50- 8

प्रतीक्षा शुल्क प्रति घंटा- 30 - 30

काली-पीली टैक्सी के लिए नई दर (रुपये में)

मौजूदा - नई दर

पहले एक किमी के लिए -20 - 25

फिर प्रति किमी (नॉन एसी) 11 - 14

फिर प्रति किमी (एसी) -13 - 16

प्रतीक्षा शुल्क प्रति घंटा- 30 - 30

मीटर से अधिक किराया वसूलने वालों के खिलाफ चलेगा अभियान

किराये में इजाफे के बाद ऑटो-टैक्सी चालक मीटर से चलने में आनाकानी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऑटो-टैक्सी यूनियन ने किराये में बढ़ोतरी के लिए सरकार का धन्यवाद किया। साथ ही ऑटो-टैक्सी चालकों से अपील की कि मीटर से अधिक किराया किसी भी सूरत में न वसूलें। ऐसा करते पकड़े जाने पर परिवहन विभाग से उनका ड्राइविंग लाइसेंस तथा बैज सालभर के लिए निरस्त करने की सिफारिश करेंगे। रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर ऑटो-टैक्सी वालों की मनमानी करते हैं। ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी कांग्रेस यूनियन ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए यातायात पुलिस से भी अपील की है।

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