आप का भाजपा पर अटैक, कहा- नोटबंदी व सीलिंग से जनता में है गुस्सा

हम केंद्र के साथ टकराव नहीं कर रहे हैं। केंद्र दिल्ली के लोगों के काम नहीं होने दे रहा है। हमारी सरकार की नीयत साफ है। हम नीतियां बना रहे हैं, लेकिन काम रोका जाता है ।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 03 Dec 2018 07:49 AM (IST) Updated:Mon, 03 Dec 2018 07:49 AM (IST)
आप का भाजपा पर अटैक, कहा- नोटबंदी व सीलिंग से जनता में है गुस्सा
आप का भाजपा पर अटैक, कहा- नोटबंदी व सीलिंग से जनता में है गुस्सा

नई दिल्‍ली। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं, इसे लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सक्रियता बढ़ गई है। पार्टी दिल्ली की लोकसभा सीटें भाजपा से छीनना चाहती है। दिल्ली में लोकसभा चुनाव से पार्टी को क्या हैं उम्मीदें और उसके लिए क्या होगी पार्टी की रणनीति, इन विषयों पर दिल्ली सरकार में श्रम मंत्री और पार्टी में दिल्ली के संयोजक होने के साथ ही हरियाणा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व गुजरात के प्रभारी गोपाल राय से दैनिक जागरण के मुख्य संवाददाता वीके शुक्ला ने विशेष बातचीत की। प्रस्तुत हैं इस बातचीत के प्रमुख अंश

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति है।

हम आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली, हरियाणा व पंजाब में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी उन सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे, जहां पर हमें लगेगा कि हम वह सीट जीत रहे हैं। कुल मिलाकर एक सौ सीटों पर प्रत्याशी उतारे जा सकते हैं। मगर इस बारे में अंतिम फैसला इस समय राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के परिणाम आ जाने के बाद ही लिया जाएगा।

दिल्ली को लेकर आम आदमी पार्टी किन मुद्दों को अपने पक्ष में मान रही है।

लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को दो तरह से फायदा मिल रहा है। एक तो दिल्ली में सत्ता में आने के बाद 2015 से आप सरकार ने जो काम किए हैं, उसका फायदा हमें मिलेगा। दूसरा नोटबंदी और सीलिंग को लेकर जनता में भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार को लेकर बहुत गुस्सा है, इसका फायदा भी हमें मिलेगा। दिल्ली में आप ही भाजपा को हरा सकती है। ऐसे में एंटी भाजपा व एंटी मोदी वोट हमें मिलेगा। दिल्ली में हम दावे के साथ कह रहे हैं कि भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी।

आम आदमी पार्टी के केंद्र के साथ चल रहे टकराव को चुनाव की दृष्टि से किस रूप में देख रहे हैं।

हम केंद्र के साथ टकराव नहीं कर रहे हैं। केंद्र दिल्ली के लोगों के काम नहीं होने दे रहा है। हमारी सरकार की नीयत साफ है। हम नीतियां बना रहे हैं, लेकिन काम रोका जाता है तो दिल्ली का विकास प्रभावित होता है। लोग यह बात देख रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के दिल्ली में सांसद होते हैं तो केजरीवाल के हाथ मजबूत होंगे।

क्या आम आदमी पार्टी की यह मांग अब भी है कि ईवीएम से चुनाव नहीं कराए जाएं?

हमारी यह मांग नहीं है कि ईवीएम से चुनाव नहीं कराए जाएं। हमारी दो मांगें हैं, एक तो ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाया जाए और दूसरा चुनाव होने के बाद ईवीएम और वीवीपैट के कम से कम 25 फीसद मतों का मिलान किया जाए। उसके बाद ही चुनाव परिणाम घोषित किया जाए।

आप हरियाणा के प्रभारी भी हैं, हरियाणा को लेकर वहां की सरकार के साथ विवाद क्यों हो रहा है।

विवाद हमारी तरफ से कहां हो रहा है। हम तो हरियाणा के मुख्यमंत्री को दिल्ली बुला रहे हैं कि वह यहां आएं हमारे मोहल्ला क्लीनिक व स्कूल अस्पताल देखें। इससे उलट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मनोहर लाल सरकार हरियाणा में घुसने से रोक रही है कि आप स्कूल या डिस्पेंसरी देखने नहीं जा सकते। इसका मतलब है कि हरियाणा सरकार केजरीवाल से डर गई है।

लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में आप की क्या स्थिति है।

- लोकसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस कहीं भी नहीं है। भाजपा तमाम प्रयासों के बाद भी चुनाव को लेकर अभियान शुरू नहीं कर पा रही है। भाजपा तय नहीं कर पा रही है कि वह प्रत्याशियों को लेकर क्या फैसला ले। ऐसे में माहौल आप के समर्थन में है।

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