Coronavirus: दिल्ली में क्यों एक्टिव हुए गृह मंत्री अमित शाह, इंटरव्यूह में खोले राज

समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने बताया आखिर उन्होंने क्यों दिल्ली की कमान अपने हाथ में ली।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 28 Jun 2020 02:19 PM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2020 02:19 PM (IST)
Coronavirus: दिल्ली में क्यों एक्टिव हुए गृह मंत्री अमित शाह, इंटरव्यूह में खोले राज
Coronavirus: दिल्ली में क्यों एक्टिव हुए गृह मंत्री अमित शाह, इंटरव्यूह में खोले राज

नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली सरकार को हर संभव मदद दी जा रही है। पिछले कई दिनों से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद कमान संभाल रखी है। इस बीच रविवार को समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए इंटरव्यू में अमित शाह ने बताया आखिर उन्होंने क्यों दिल्ली की कमान अपने हाथ में ली।

एएनआइ से अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बयान दिया था कि 31 जुलाई तक दिल्ली में कोरोना के 5.50 लाख मरीज हो सकते हैं। इससे चिंता हुई। पीएम मोदी ने मुझसे (अमित शाह) और गृह मंत्रालय से दिल्ली सरकार की मदद करने के लिए कहा। इसके बाद तुरंत राजधानी मे एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए कई अहम फैसले भी लिए गए।

#WATCH After Manish Sisodia’s statement (of 5.5 lakh cases by July-end), PM also asked me, Home Ministry, to help Delhi Govt. Soon after, a coordination meeting was called and a number of decisions, including testing of all individuals in containment zones, were taken: Amit Shah pic.twitter.com/V02XBgciRE

— ANI (@ANI) June 28, 2020

मनीष सिसोदिया के बयान पर अमित शाह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली में जुलाई तक 5.50 लाख मरीज नहीं होंगे। मुझे यकीन है कि अब हम उस अवस्था में नहीं पहुंचेंगे और काफी बेहतर स्थिति में होंगे। क्योंकि सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए बेहतर उपाय किए हैं।

अमित शाह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन और अन्य इलाकों में कोरोना की जांच को लेकर फैसले लिए गए थे। इसके अलावा बेड की कमी को भी पूरा करने के लिए केंद्र ने दिल्ली सरकार की मदद की। 8000 बेड रेलवे कोच में तुरंत उपलब्ध कराए गए। बाकी का इंतजाम किया जा रहा है। 

अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में 14 जुलाई को 9937 बेड थे। 30 हजार बेड 30 जून तक पूरे हो जाएंगे। 8000 बेड रेलवे के कोचों में उपलब्ध हैं। जबकि 8000 और बेड की व्यवस्था की जा रही है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की तरफ से एक अस्थाई अस्पताल तैयार किया जा रहा है। जिसमें 250 आईसीयू बेड होंगे। इसके अलावा ITBP की तरफ से राधा स्वामी सत्संग ब्यास में 10,000 बेड का अस्पताल भी तैयार किया जा रहा है।

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