अमन कमेटी की बैठकें और फ्लैग मार्च के जरिए हो रही शांति की पहल

पश्चिमी रेंज की संयुक्त आयुक्त शालिनी सिंह व द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने कमान संभाली हुई हैं पुलिसकर्मियों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 04:07 PM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 04:07 PM (IST)
अमन कमेटी की बैठकें और फ्लैग मार्च के जरिए हो रही शांति की पहल
अमन कमेटी की बैठकें और फ्लैग मार्च के जरिए हो रही शांति की पहल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। समाज में आपसी भाईचारा व क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए द्वारका जिला पुलिस की ओर से कई स्तरों पर कदम उठाए गए हैं। क्षेत्र के सभी थानों में अमन कमेटी की बैठकें आयोजित हुईं। इनके माध्यम से समाज में भाईचारा का संदेश दिया गया। पुलिस ने जगह-जगह फ्लैग मार्च कर यह संदेश दिया कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था कायम रखने को लेकर वह सतर्क है। बैठक व फ्लैग मार्च का सिलसिला पूरे दिन चला।

पुलिसकर्मियों को मिल रहा जरूरी निर्देश

इस दौरान पश्चिमी रेंज की संयुक्त आयुक्त शालिनी सिंह व द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने कमान संभाली हुई थी। ये अधिकारी पुलिसकर्मियों को जरूरी निर्देश देते हुए लोगों से बात भी कर रहे थे।

बहकावे में नहीं आने का निर्देश

पुलिस अधिकारी लोगों को समझा रहे थे कि लोग किसी के बहकावे में न आएं और अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। यदि कहीं कोई दिक्कत हो तो लोग पुलिस से बात करें।

काफी संख्‍या में पुलिस तैनात

उत्तम नगर, डाबड़ी, बिंदापुर, द्वारका, मोहन गार्डन, नजफगढ़ व छावला थाना क्षेत्र में पूरे दिन बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती रही। फ्लैग मार्च के दौरान संयुक्त आयुक्त व उपायुक्त के अलावा क्षेत्र के सहायक आयुक्त व संबंधित थानाध्यक्ष भी इलाके में सक्रिय थे। करीब 200 पुलिसकर्मियों का दल भी इनके साथ था। यहां पुलिसकर्मी इस बात का ख्याल रख रहे थे कि किसी को कोई दिक्कत नहीं हो।

इधर, पूर्वी दिल्ल में दंगे की वजह से पूर्वी दिल्ली नगर निगम शाहदरा उत्तरी जोन के स्कूल बुधवार को बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षकों को स्कूल पहुंचने के आदेश जारी किए गए हैं। यह जरूर छूट दी गई है कि अगर वह अपने स्कूल में नहीं पहुंच पाते हैं तो नजदीकी स्कूल या जोन कार्यालय में बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं।

दिल्ली नगर निगम शिक्षक संघ की नेता विभा सिंह ने कहा कि दंगे की वजह से जो शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं उनसे छुट्टी भरवाई जा रही है। जबकि आपात स्थिति में उनके लिए विशेष छुट्टी की व्यवस्था होनी चाहिए। जिन शिक्षकों का घर दंगा प्रभावित इलाके में है उन्हें छूट मिलनी चाहिए। शाहदरा दक्षिणी जोन में स्कूल बंद नहीं हैं, लेकिन प्रधानाचार्य हालात के अनुसार स्कूल बंद किए जाने का निर्णय ले सकते हैं।

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