दिल्ली के तमाम कॉलेजों ने कोरोना काल में उठाया मदद का बीड़ा, इन तरीकों से कर रहे जागरूक और मदद का प्रयास

कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में बेड आक्सीजन की कमी से हर कोई वाकिफ है। इस मुश्किल घड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। कालेज ना केवल आम लोगों के इलाज के लिए प्रयास कर रहे हैं

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 02:11 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 02:11 PM (IST)
दिल्ली के तमाम कॉलेजों ने कोरोना काल में उठाया मदद का बीड़ा, इन तरीकों से कर रहे जागरूक और मदद का प्रयास
इस मुश्किल घड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों ने मदद का हाथ बढ़ाया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अस्पतालों में बेड, आक्सीजन की कमी से हर कोई वाकिफ है। इस मुश्किल घड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। कालेज ना केवल आम लोगों के इलाज के लिए प्रयास कर रहे हैं बल्कि जागरूकता अभियान की कमान भी थाम रखी है। शिवाजी कालेज ने कोरोना जांच व टीकाकरण के लिए कैंप तक लगाया है। एक शिक्षिका की मौत के बाद लक्ष्मीबाई कालेज द्वारा परिसर में आइसोलेशन सेंटर शुरू करने की पहल सराहनीय है।

कालेजों में आइसोलेशन सेंटर शुरूदीन दयाल उपाध्याय कालेज एवं लक्ष्मीबाई कालेज ने आइसोलेशन सेंटर शुरू किए हैं। लक्ष्मीबाई कालेज में एक 50 वर्षीय शिक्षिका की कोरोना से मौत हो गई थी। कालेज ने शिक्षिका को बतौर श्रद्धांजलि आइसोलेशन सेंटर शुरू किया है। 100 बेड वाले आइसोलेशन सेंटर में हल्के लक्षण वाले मरीजों का इलाज होगा। इसमें निशुल्क भोजन व आक्सीजन की व्यवस्था भी की गई है। जबकि डीडीयू कालेज ने छात्रावास ब्लाक में 180 बेड का आइसोलेशन सेंटर खोला है। इस्कान मंदिर ने भी इसमें सहयोग किया है।

मुखर्जी नगर रेजिडेंट वेलफेयर के सचिव और डीयू के हिंदू कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डा चंद्रचूड़ सिंह ने बताया कि उन्होंने साझा प्रयासों से सोसायटी में कोविड केयर सेंटर की स्थापना की है। सोसायटी में रहने वाले मानव गुप्ता ने अपना खाली फ्लैट दे दिया, जिसमें यह सेंटर बनाया जा सके। सोसायटी में ही रहने वाले डाक्टर सुमन कुमार मरीजों का इलाज करते हैं। उपराज्यपाल के निर्देश के बाद इसे जरूरी सुविधाओं से युक्त बनाया गया है। इसमें जरूरत की वे सुविधाएं मौजूद हैं जिससे कोविड के लक्षण दिखने पर और जांच के बाद उसे हर वह आवश्यक सुविधा दी जा सके जो अनिवार्य है। यहां अब तक 8 लोगों का उपचार दिया जा चुका है।

राजधानी कालेज के छात्रों की सोसाइटी युवा ने कालेज परिसर में ही कोविड केयर सेंटर बनाने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि कालेज मैदान, सेमिनार हाल, सभागार आदि में आसानी से कोविड केयर सेंटर बनाया जा सकता है। इससे यहां के छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों को काफी फायदा होगा।वीडियो बनाकर कर रहे जागरूकहंसराज कालेज के छात्रों ने टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियां दूर करने की पहल शुरू की है। छात्रों ने बताया कि वो दो से दस मिनट तक के वीडियो बनाते हैं। फेसबुक, यूट्यूब पर अपलोड करते हैं। वीडियो में पूरी कोशिश की जाती है कि स्पष्ट तरीके से, वैज्ञानिक आधार पर भ्रांतियां दूर की जाएं। इसमें शिक्षकों की भी मदद ली जाती है।

छात्रों ने बताया कि कई लोग ये मानते हैं कि टीका लगवाना सुरक्षित नहीं है। ऐसे लोगों के लिए छात्र आइसीएमआर के हालिया बयान के आधार पर वीडियो बनाए कि टीका लगवाने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण बहुत कम हुआ। मिरांडा हाउस कालेज की छात्राएं भी अस्पतालों में बेड, आक्सीजन से जुड़ी सत्यापित सूचनाएं इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचा रही है।

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