AAP की 'पकौड़ा पॉलिटिक्स', कार्यकर्ताओं ने बेचे पकौड़े, भड़के केजरीवाल

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि आम आदमी पार्टी लोगों को अच्छी शिक्षा देकर डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनाती है। जबकि भाजपा का भारत को लेकर सपना है कि - लोगों को अनपढ़ रखो और पकौड़े बिकवाओ।

By Amit MishraEdited By: Publish:Sun, 11 Feb 2018 07:34 PM (IST) Updated:Mon, 12 Feb 2018 05:58 PM (IST)
AAP की 'पकौड़ा पॉलिटिक्स', कार्यकर्ताओं ने बेचे पकौड़े, भड़के केजरीवाल
AAP की 'पकौड़ा पॉलिटिक्स', कार्यकर्ताओं ने बेचे पकौड़े, भड़के केजरीवाल

फरीदाबाद [जेएनएन]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पकौड़े वाला बयान विरोध का नया प्रतीक बन चुका है। पकौड़े को लेकर शुरू हुई सियासी जंग में अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी कूद पड़े हैं। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि आम आदमी पार्टी लोगों को अच्छी शिक्षा देकर डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनाती है। जबकि भाजपा का भारत को लेकर सपना है कि - लोगों को अनपढ़ रखो और पकौड़े बिकवाओ।   

'आप' कार्यकर्ताओं ने तले पकौड़े  

पकौड़े पर सीएम केजरीवाल के ट्वीट का असर फरीदाबाद में देखने के मिला जहां राजनीतिक आम आदमी पार्टी के नेता धर्मबीर भड़ाना के नेतृत्व में युवाओं ने पकौड़े बेचकर अपना रोष प्रकट किया। विरोध के दौरान 'आप' नेता ने कहा कि यह वही भाजपा सरकार है, जिसने चुनावों में वादा किया था कि एक करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे और आज वह युवाओं को पकौड़े बेचने की बात बोल रही है।

नौकरी नहीं मिलती

भड़ाना ने कहा कि इससे बड़ी दुर्गति युवाओं के लिए क्या हो सकती है, जो दिनरात मेहनत करके डॉक्टर, इंजीनियर, बिजनेसमैन, प्रोफेसर, खिलाड़ी बन जाते हैं, पर उन्हें नौकरी नहीं मिलती। देश के प्रधानमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे युवाओं से पकौड़े बिकवाना चाहते हैं। भड़ाना ने कहा कि पकौड़े बेचना कोई गलत काम नहीं है, मगर देश के पढ़े-लिखे युवा पकौड़े बेचें यह गलत है। जिन युवाओं के हाथ में देश की कमान होनी चाहिए, उन्हें  पकौड़े तलना शोभा नहीं देता।

कांग्रेस भी कर चुकी है प्रदर्शन 

यह पहला मौका नहीं है जब पकौड़े को लेकर विरोधियों ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। हाल ही में युवा कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर बल्लभगढ़ के दयालपुर गांव में पकौड़े तलकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तरुण तेवतिया के नेतृत्व में गांव के सामुदायिक भवन में पकौड़े तले गए और विरोध भी जताया गया।

युवा बेरोजगार हैं

विरोध के दौरान जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष तरुण तेवतिया ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पकौड़ा तलने को भी रोजगार कह चुके हैं ऐसा कर वो युवाओं को हतोत्साहित कर रहे हैं। भाजपा ने चुनाव से पहले दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले बड़े-बड़े संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भी युवा बेरोजगार हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत भी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री बताएं कि अपना समय, परिश्रम और पैसा लगाकर युवाओं ने जो डिग्री प्राप्त की हैं क्या युवा उन डिग्रियों पर पकौड़े तल कर बेचने का काम करें।

पी चिदंबरम ने पीएम पर साधा निशाना

यहां यह भी बता दें कि रोजगार पर प्रधानमंत्री के पकौड़े पर दिए गए बयान पर सियासत पहले से ही जारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीतियों को आड़े हाथों लिया था। चिदंबरम ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर नए रोजगार पैदा करने के वादे पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगया था। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि 'यदि पकौड़े बेचना भी नौकरी है तो प्रधानमंत्री के इस तर्क के अनुसार भीख मांगना भी नौकरी है। फिर तो जीवनयापन के लिए गरीब और बेसहारा लोगों को भी नौकरीपेशा माना जाना चाहिए।'

भाजपा ने दिया जवाब

पकौड़े पर शुरू हुई सियासत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने वाले कांग्रेस के नेता पी चिदंबरम को भाजपा ने भी करारा जवाब दिया था। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों और आकांक्षी भारतीयों का अपमान किया है। ईमानदारी से काम करने वालों की तुलना भिखारियों से कर कांग्रेस ने गरीबों का अनादर किया है।

भाजपा ने ट्वीट कर कहा कि 'कांग्रेस पार्टी ने गरीब और आकांक्षी भारतीयों का फिर से अपमान किया है...लाखों मेहनती भारतीयों की आजीविका की तुलना भीख मांगने से करके कांग्रेस ने गरीबों का हमेशा की तरह तिरस्कार किया है।' भाजपा ने मोदी के चाय बेचने की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि भ्रष्ट और वंशवादियों पर एक ईमानदार और कड़ी मेहनत वाले चाय वाले के लिए ऐतिहासिक जनादेश को कांग्रेस अभी तक स्वीकार नहीं कर पाई है।'

ऐसे शुरू हुई पकौड़ा सियासत

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों एक निजी टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर कोई किसी दफ्तर के नीचे पकौड़े भी बेचता है तो क्या उसे रोजगार नहीं माना जाए। पीएम मोदी के इस बयान के बाद विरोधियों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है और देश में पकौड़े को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है। यहां यह भी याद दिला दें कि लोकसभा चुनाव में 'चाय' को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हुआ था। चुनाव के केंद्र में रही 'चाय' ने कांग्रेस को सत्ता से दूर कर दिया था।   

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