Coronavirus LockDown: AAP नेता संजय सिंह ने बांटे खाने के पैकेट
Coronavirus LockDown आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी आगे हैं। वह अब तक 3500 लोगों को खाने की व्यवस्था कर चुके हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। Coronavirus LockDown: लॉकडाउन होने की स्थिति में प्रवासियों के साथ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए, इसलिए गैरसरकारी संगठनों के राजनेता भी आगे आ रहे हैं। इस कड़ी में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी आगे हैं। वह अब तक 3500 लोगों को खाने की व्यवस्था कर चुके हैं। इस कड़ी में वह सोमवार को खाने के 5000 पैकेट्स का वितरण करेंगे। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि हमारा लक्ष्य 25,000 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का है। ऐसे लोगों की मदद के लिए मैंने एक महीने की सैलरी दान कर दी है।
वहीं, लॉकडाउन ने मुख्य रूप से गरीबों को प्रभावित किया है। जिन लोगों के पास रोजगार, पैसा और आश्रय नहीं है, उनके लिए दिल्ली सरकार ने विभिन्न स्थानों पर भोजन केंद्र खोल कर मुफ्त खाना मुहैया कराने की व्यवस्था की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल के नेतृत्व में शनिवार को करीब 6.5 लाख लोगों को दोपहर और रात का भोजन उपलब्ध कराया गया। दिल्ली सरकार ने करीब 1592 केंद्रों पर 6 लाख 48 हजार 469 लोगों को दोपहर और 6 लाख 50 हजार 667 लोगों को रात में भोजन दिया। इसके अलावा, सरकार को दिल्ली के विभिन्न इलाकों से भोजन के लिए फोन कॉल्स और अनुरोध भी आ रहे हैं। दिल्ली के विभिन्न स्थानों से भोजन के लिए 1040 कॉल और अनुरोध आए। उन सभी लोगों को दिल्ली सरकार ने भोजन उपलब्ध कराया।
दिल्ली सरकार 1 अप्रैल से प्रतिदिन 6 लाख से अधिक लोगों को लंच और डिनर उपलब्ध करा रही है। सरकार के पास प्रतिदिन 10 लाख लोगों को लंच और डिनर कराने की क्षमता है।मुख्यमंत्री ने 31 मार्च को घोषणा की थी कि दिल्ली सरकार 1 अप्रैल से प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोगों को खाना खिलाने की व्यवस्था कर रही है। इसके लिए सरकार करीब 28 सौ केंद्र बना रही है और प्रत्येक केंद्र पर प्रतिदिन पांच पांच सौ लोगों के खाने की क्षमता है।
प्रतिदिन करीब 25 सौ स्कूलों और ढाई सौ रैन बसेरों में पांच-पांच सौ लोगों को भोजन वितरित करना शुरू कर दिया है।केजरीवाल का लक्ष्य, दिल्ली में कोई भी भूखा न रहेकेजरीवाल का लक्ष्य है कि दिल्ली में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक सप्ताह पहले प्रतिदिन 3.5 से 4 लाख लोगों को भोजन दिया जा रहा था। लेकिन खाना खाने वालों की संख्या बढ़ने के कारण सरकार ने कई अन्य जगहों पर भोजन केंद्र खोलने का फैसला किया। लिहाजा अब भोजन केंद्रों पर 10-12 लाख लोगों को प्रतिदिन खाने खिलाने की व्यवस्था कर दी गई है। केजरीवाल का कहना है कि अब व्यवस्था अधिक है, जबकि खाना खाने वाले लोग कम पहुंच रहे हैं।