दिल्ली में संक्रमण और मौत के मामलों में वृद्धि चिंताजनक: डॉ. हर्षवर्धन

राजधानी में कोरोना के बढते संक्रमण और मौत के मामले बढने के मद्देनजर केंद्रीय स्?वास्?थ्?य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये समीक्षा बैठक की। जिसमें उपराज्?यपाल अनिल बैजल दिल्?ली के स्?वास्?थ्?य मंत्री सत्?येंद्र जैन स्?वास्?थ्?य विभाग व संबंधित एजेंसियों के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान डॉ हर्षवर्धन ने बीमारी की रोकथाम और चिकित्?सा सुविधाएं बढाने के लिए किए जा रहे प्रयायों की समीक्षा की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 09:29 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 11:59 PM (IST)
दिल्ली में संक्रमण और मौत के मामलों में वृद्धि चिंताजनक: डॉ. हर्षवर्धन
दिल्ली में संक्रमण और मौत के मामलों में वृद्धि चिंताजनक: डॉ. हर्षवर्धन

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण, मौत के मामलों में वृद्धि और कुछ हिस्सों में कम जांच होने को लेकर चिंता जताई। उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिग के जरिये बीमारी की रोकथाम और चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य विभाग व संबंधित एजेंसियों के अधिकारी शामिल हुए।

इस दौरान उन्होंने आरएमएल अस्पताल का बचाव किया और कोरोना की जांच रिपोर्ट गलत देने के आरोप को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के बजाय उस पर राजनीति करना उचित नहीं है। इससे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई कमजोर होगी। उन्होंने दिल्ली सरकार को जांच बढ़ाने व स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की सलाह दी।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आरएमएल सहित किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान और वहां के प्रोफेशनल के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाना ठीक नहीं है। केंद्र ने एक लैब से देश भर में 710 लैब तैयार कराए हैं। इस वजह से अब प्रतिदिन 1 लाख 40 हजार जांच हो रही है। दिल्ली में विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के बायोटेक्नोलॉजी में भी लैब शुरू की गई है, वहां अभी तक सैंपल नहीं पहुंच रहे हैं। यदि दिल्ली सरकार को और लैब खोलना है तो खोल लें। केंद्र सरकार इस कार्य में मदद करेगी, लेकिन गलत आरोप न लगाएं। आरएमएल अस्पताल में कोरोना की जांच करने वाले डॉक्टर उच्च दक्षता प्राप्त हैं। उन्होंने सत्येंद्र जैन से कहा कि किसी पॉजिटिव रिपोर्ट को नेगेटिव कहने और नेगेटिव रिपोर्ट को पॉजिटिव कहने का अधिकार उन्हें नहीं है। विशेषज्ञों की राय को मानना होगा।

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झुग्गी बस्तियां व पुनर्वासित कॉलोनियों में आक्रामकता से अभियान चलाने की जरूरत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना की रोकथाम के लिए झुग्गी बस्तियां व पुनर्वासित कॉलोनियों में विशेष ध्यान देने व आक्रामक तरीके से अभियान चलाने व जांच बढ़ाने का निर्देश दिया है। हालांकि दिल्ली में 10 लाख की आबादी पर 2018 लोगों की जांच हो रही है, लेकिन उत्तर-पूर्वी जिले में यह आंकड़ा 517 व दक्षिण-पूर्वी जिले 506 है। जबकि पिछले सप्ताह दिल्ली के कई जिलों में 25.7 फीसद व कई जिलों में 38 फीसद सैंपल पॉजिटिव पाए गए थे। इसके अलावा यह भी चिताजनक है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं। अस्पतालों में संक्रमण की रोकथाम के उपाय प्राथमिकता के आधार पर करना होगा।

अधिक स्थानों पर खुले फीवर क्लीनिक

डॉ. हर्षवर्धन ने अधिक से अधिक स्थानों पर फीवर क्लीनिक खोलने व मरीजों के इलाज के लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे मृत्यु दर रोकने में मदद मिलेगी। अच्छी बात यह है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के ठीक होने की दर करीब 50 फीसद है।

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